डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि सैटेलाइट बस अड्डे पर कुछ लोगों के ऊपर केमिकल युक्त पानी का छिड़काव कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया गया था, जो गलत तरीका है। मामले की जांच कराई जा रही है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बरेली (Uttar Pradesh) । बरेली में एक युवक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दूसरे राज्यों से अपने-अपने घरों की ओर जा रहे लोगों को सड़क पर बैठाकर उनपर सैनिटाइजर छिड़काव करने का मामला तूल पकड़ लिया है। बसपा मुखिया मायावती ने इस प्रकरण को संकट की घड़ी में गरीबों के साथ मजाक बताया है तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वा़ड्रा ने वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया है। वहीं, डीएम ने इस प्रकरण की जांच का आदेश दिया है।
यह है पूरा मामला
बरेली के सुभाष नगर में कोरोना वायरस का पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन बेहद गंभीर है। इसी गंभीरता में दिल्ली और एनसीआर से निकाले गए मजदूरों पर बरेली में सैटेलाइट बस अड्डे पर हाइड्रोक्लोराइड की बारिश कर दी गई। कोरोना वायरस से बचाने के लिए नगर निगम की टीम ने मजदूरों के साथ उनके परिवार की महिलाओं और बच्चों को सड़क पर बैठाया। इसके बाद उन पर स्प्रे कर दिया। जिससे कई लोगों की आंखें लाल हो गई।
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखी ये बातें
प्रियंका गांधी वाड्रा ने वीडियो ट्वीट किया किया है। साथ ही लिखा है कि यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं। लेकिन, कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।
जांच कराने की बात कह रहे डीएम
डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि सैटेलाइट बस अड्डे पर कुछ लोगों के ऊपर केमिकल युक्त पानी का छिड़काव कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया गया था, जो गलत तरीका है। मामले की जांच कराई जा रही है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।