अब एकला चलो की राह पर भाजपा, क्षत्रपों को भी रखा किनारे, ये वजह आई सामने

योगी सरकार को साफ संकेत मिल गए हैं कि अब बिना सहयोगी दलों के चुनाव लड़े। बीजेपी एकला चलो की राह पर है उसको किसी की जरूरत नहीं ना केंद्र में ना राज्य में।

Asianet News Hindi | Published : Aug 22, 2019 1:54 PM IST / Updated: Aug 22 2019, 07:26 PM IST

लखनऊ. बुधवार को योगी सरकार के  मंत्री मंडल विस्तार हुआ जिसमें अपने सहयोगी दलों को बीजेपी ने ये साफ संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2022 के चुनाव पार्टी अपने दम पर लड़ेगी।सीनियर जर्नलिस्ट श्रीधर और योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व से योगी सरकार को साफ संकेत मिल गए हैं कि अब बिना सहयोगी दलों के चुनाव लड़े। बीजेपी एकला चलो की राह पर है उसको किसी की जरूरत नहीं ना केंद्र में ना राज्य में।

आशीष सिंह पटेल को क्यों नहीं मिली मंत्री मंडल में जगह

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जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान अनुप्रिया पटेल के दल ने कांग्रेस से गठबंधन की बात कही थी और प्रेशर बनाने की कोशिश की थी कि शायद उनकी सीटों में इजाफा हो जाएगा।लेकिन मोदी-शाह की जोड़ी ने इसे नकार दिया।दूसरी बात ये है कि अनुप्रिया पटेल के पति आशीष सिंह पटेल पहले इंजीनियर थे उनको इस्तीफा दिलवाकर एम.एल.सी बनवाया गया ताकि मिनिस्टर बनने का रास्ता साफ हो सके।लेकिन तमाम तरह की अनुशासनहीनता के चलते आशीष सिंह का मंत्री बनने का सपना अधूरा रह गया।

एक्सपर्ट की राय मे...

सरकार मे पहले से अपना दल के मंत्री जय कुमार हैं तो अब इससे ज्यादा प्राथमिकता कैसे मिल सकती है इनकी पार्टी को।वहीं योगी सरकार ने ओम प्रकाश राजभर को बाहर का रास्ता दिखा कर पहले ही बता दिया है।तो दूसरी तरफ मंत्री मंडल विस्तार से भविष्य में ये भी संदेश दे दिया है कि 2022 का चुनाव भाजपा अपने दम पर लड़ेगी।

क्यों नहीं मिला पंकज सिंह को मंत्री पद

पहले ये अनुमान लगाया जा रहा था कि मंत्री मंडल विस्तार में पंकज सिंह का नाम आए लेकिन ऐसा नहीं हुआ।एक्सपर्ट के मुताबिक उनकी योग्यता यही है कि वह सिर्फ राजनाथ के बेटे हैं बाकी उन्होंने कोई बड़ा संघर्ष और धरने प्रदर्शन नहीं किये जबकि योगी जी के साथ ऐसा नहीं है।हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि संगठन में उनकी जिम्मेदारी महामंत्री की है।लेकिन अब जो मंत्री मंडल विस्तार किया गया है उसमें न फिट हो पा रहे हो।लोगों का मत है कि 2022 से पहले एक मंत्री मंडल विस्तार और हो सकता है जिसमें उनको एडजस्ट किया जा सकता है।बाद में जो लोग संगठन में हैं उनको सरकार में लाया जाएगा और जो सरकार में हैं उनको संगठन में लाया जाएगा अभी आगे मौके खत्म नहीं हुए हैं।


 

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