मुरादाबाद: ट्रेन का वह किस्सा जिसने डॉ अरविंद गोयल को बना दिया 'कलियुग का दानवीर', जानें पूरी कहानी

मुरादाबाद के दानवीर उद्योगपति डॉ. अरविंद कुमार गोयल को अपनी 600 की संपत्ति दान करने की प्रेरणा कहां से मिली। बताया जा रहा है कि आज से 25 साल पहले हुई भीषण ठंड के बीच ट्रेन के सफर के दौरान हुई उस घटना ने ही उन्हें कलयुग के दानवीर बनने की प्रेरणा मिली।

Hemendra Tripathi | Published : Jul 20, 2022 2:56 PM IST

मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) के रहने वाले उद्योगपति डॉ. अरविंद कुमार (Dr. Arvind Goel) की चर्चा आज देशभर में हो रही है। जिन्होंने अपने जीवन की सारी कमाई करीब 600 करोड़ हंसते हुए दान कर दी है। लेकिन अब लोगों के जेहन में एक सवाल अभी भी खटक रहा है कि आज के इस दौर में एक तरफ आम लोग अपनी कमाई के हजार रुपए भी किसी को दान करने से पहले हजार बार सोचते हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुरादाबाद के इस दानवीर को अपनी 600 की संपत्ति दान करने की प्रेरणा कहां से मिली। बताया जा रहा है कि आज से 25 साल पहले हुई भीषण ठंड के बीच ट्रेन के सफर के दौरान हुई उस घटना ने ही उन्हें कलयुग के दानवीर बनने की प्रेरणा मिली।

भीषण ठंड में ठिठुर रहे उस गरीब की मदद करने के बाद बदल गई जिंदगी -डॉक्टर अरविंद
अपनी 600 करोड़ की संपत्ति दान करने का ऐलान करने के बाद डॉक्टर अरविंद मीडिया के सामने आए और उन्हें इस कार्य की प्रेरणा कहां से मिली उसका जिक्र किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने 25 साल पहले ही अपनी सारी संपत्ति दान करने का फैसला कर लिया था। उस वक्त एक घटना का जिक्र करते हुए डॉ गोयल ने कहा कि दिसंबर का महीना था और वो ट्रेन से कहीं जा रहे थे। उन्होंने देखा कि सामने एक आदमी ठंड से ठिठुर रहा है। उसके पास ना कोई कंबल था ना पैरों में चप्पल। डॉ गोयल ने कहा कि मैने उसे अपने जूते दे दिए लेकिन ठंड की वजह से मुझसे भी रहा नहीं गया। उन्होंने बताया कि उस रात मैने सोचा कि इस भारत में कितने लोग ऐसी भीषण ठंड में ठिठुरते होंगे। तब से मैने गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करने की कोशिश शुरू की।

संपत्ति दान करने के लिए जिला प्रशासन को लिखा खत
उन्होंने बताया कि रोजाना मेरी ओर से हो रही थोड़ी थोड़ी मदद लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट की वजह बन रही थी तो दूसरी तरफ इसी के चलते मैने काफी तरक्की की है। उन्होंने कहा कि इस जीवन का कोई भरोसा नहीं है। इसलिए अपने जीवित रहते अपनी संपत्ति सही हाथों में सौंप रहा हूं। ताकि ये किसी जरूरतमंद के काम आ सके। इतना ही नहीं, मैने अपनी संपत्ति दान करने के लिए जिला प्रशासन को चिट्ठी लिखी है। आपको बताते चलें कि मुरादाबाद के डॉ. अरविंद कुमार गोयल के परिवार में उनकी पत्नी रेणु गोयल के अलावा उनके दो बेटे और एक बेटी है। उनके बड़े बेटे मधुर गोयल मुंबई में रहते हैं। छोटा बेटा शुभम प्रकाश गोयल मुरादाबाद में रहता है और अपने पिता को समाज सेवा और व्यवसाय में मदद करता है।

संपत्ति दान का ऐलान होते ही बंगले पर लग गई भीड़
आपको बता दें कि मुरादाबाद के सिविल लाइंस में डॉ. अरविंद कुमार गोयल का बंगला है। सोमवार की रात उन्होंने अपनी 600 करोड़ की संपत्ति दान करने का ऐलान कर दिया। जैसे ही उन्होंने अपना सब कुछ दान करने की घोषणा की, वैसे ही पूरे शहर में उनकी चर्चा तेज होने लगी। जिसके बाद  मंगलवार सुबह से ही लोग उनके बंगले पर जमा होने लगे। डॉक्टर अरविंद कुमार गोयल  ने बताया कि उन्होंने अपने पास सिर्फ अपना बंगला रखा है, बाकी सब कुछ दान कर दिया है। 

सैंकड़ों अनाथालय और स्कूल चलाते हैं डॉक्टर गोयल, राष्ट्रपति से हो चुके हैं सम्मानित
डॉ. गोयल पहले से भी समाज सेवा के कार्यों को लेकर प्रसिद्ध हैं। उनकी मदद से देश भर में पिछले 20 साल से सैकड़ों वृद्धाश्रम, अनाथालय और मुफ्त स्वास्थ्य केंद्र चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा उनकी मदद से चल रहे स्कूलों में गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा भी दी जा रही है। डॉ गोयल को उनके सामाजिक कार्यों के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सम्मानित कर चुके हैं।

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