CAA के विरोध में हिंसा करने वाले दंगाइयों के खिलाफ कड़ा एक्शन, जिला प्रशासन ने सील की 67 दुकाने

CAA और NRC के विरोध को लेकर यूपी में  हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने अब उपद्रवियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन ने उपद्रवियों से जुड़ी 67 दुकानों को सील कर दिया है। सील की गई ज्यादातर दुकाने मिनाक्षी चौक और कच्ची सड़क इलाके में हैं। इन दुकानों को हिंसा के पहले से ही बंद रखा गया था

Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 10:11 AM IST

मुजफ्फरनगर(Uttar Pradesh ). CAA और NRC के विरोध को लेकर यूपी में  हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने अब उपद्रवियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन ने उपद्रवियों से जुड़ी 67 दुकानों को सील कर दिया है। सील की गई ज्यादातर दुकाने मिनाक्षी चौक और कच्ची सड़क इलाके में हैं। इन दुकानों को हिंसा के पहले से ही बंद रखा गया था। 

बता दें कि यूपी में CAA के विरोध को लेकर गुरूवार से हिंसा की आग अचनाक भड़क उठी थी । यह हिंसा अगले दिन शुक्रवार को भी जारी रही। सूबे के तकरीबन दो दर्जन जनपदों में CAA के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हजारों लोग सड़क पर उतर गए और जमकर कहर ढाया। कई गाड़ियों को आग के हवाले करने के साथ ही मीडिया व पुलिस की गाड़ियां भी आग के हवाले कर दी गई। मुजफ्फरनगर में भी दंगाइयों ने जमकर कहर ढाया था। 

हिसंक प्रदर्शन से पहले ही दुकानों को रखा गया था बंद 
मुजफ्फरनगर के एडीएम अमित सिंह के अनुसार, इन दुकानों को हिंसा के पहले ही बंद रखा गया था। दुकानों के आसपास भीड़ भी जमा हो गई थी। इस मामले में जांच जारी है। जांच टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हिंसा के पहले ही इन दुकानों को क्यों रखा गया ? एडीएम के मुताबिक हम चाहते हैं कि दुकान के मालिक हमसे संपर्क करें और हमें जो भी जानकारी है, वह प्रदान करें ताकि हम आगे की जांच कर सकें, फिलहाल 67 दुकानें सील की गई है। 

उपद्रवियों की संपत्ति कुर्क कर की जाएगी नुकसान की भरपाई 
मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि प्रदर्शन व आगजनी से जो भी क्षति हुई है उसकी भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले ही कहा था कि नागरिकता कानून किसी के खिलाफ नहीं है। विपक्ष भ्रम के हालात पैदा कर रहा है। सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाए। प्रदर्शन के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 
 

Share this article
click me!