स्वेटर के लिए लखनऊ के परिषदीय स्कूलों के बच्चों को करना पड़ेगा और इन्तजार, सैम्पल भी नहीं भेज सकी कम्पनी

Published : Dec 03, 2019, 07:56 PM ISTUpdated : Dec 03, 2019, 07:59 PM IST
स्वेटर के लिए लखनऊ के परिषदीय स्कूलों के बच्चों को करना पड़ेगा और इन्तजार, सैम्पल भी नहीं भेज सकी कम्पनी

सार

दिन की सर्द हवाएं  कड़क ठंडक का अहसास कराने लगी है। लेकिन इसके बावजूद भी राजधानी लखनऊ के परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर नहीं बंट सका है

लखनऊ(Uttar Pradesh).  दिसंबर आते ही पारा गिरना शुरू हो गया है। मंगलवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री पहुंच गया। दिन की सर्द हवाएं  कड़क ठंडक का अहसास कराने लगी है। लेकिन इसके बावजूद भी राजधानी लखनऊ के परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर नहीं बंट सका है। जिस कम्पनी को काम दिया गया था वह अभी तक सैम्पल भी नहीं भेज सकी है। 

बता दें कि राजधानी लखनऊ में परिषदीय परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर के लिए अभी और इंतजार करना होगा। इन स्कूलों में स्वेटर सप्लाई का ठेका लेने वाली कंपनी ने स्वेटर तो दूर इसके सैंपल तक नहीं भेजे। ऐसे में डीएम डीएम अभिषेक प्रकाश ने कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने और इसके संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

31 अक्टूबर तक करना था सप्लाई 
लखनऊ के परिषदीय विद्यालयों में करीब 1.87 लाख बच्चों को स्वेटर मुहैया करवाने के लिए छह कंपनियों ने टेंडर डाले थे। इनमें से दो कंपनियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। सबसे कम रेट पर बोली लगाने वाली लुधियाना की केके मिल्स को टेंडर दिया गया था। कंपनी को स्वेटर सप्लाई करने के लिए 31 अक्टूबर तक का अंतिम समय दिया गया था । लेकिन टेंडर मिलने के बाद कंपनी ने न तो स्वेटर पहुंचाए और न ही सैंपल ही भेजे।

कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने के साथ मुकदमा दर्ज 
तय समय के अनुसार काम न पूरा करने वाली कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने और इसके संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ अब स्वेटर सप्लाई का जिम्मा एल-2 ग्रेड की दूसरी कंपनी को सौंपा गया है।
 

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