काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण की तैयारी तेज, गंगा किनारे से जलेगी 'सांस्कृतिक राष्ट्रवाद' की ज्योत

'विकास की गंगा' का संदेश दे रही भाजपा अब गंगा किनारे से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ज्योत भी जगाने जा रही है। अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ अब बीजेपी संगठन ने 'बम-बम काशी' की गूंज को और ऊंचा करने के लिए अपनी जी-जान झोंक दी है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह से मठ-मंदिर, संत-महंतों को जोड़ने के साथ ही प्रदेश के हर गांव में इसका सीधा प्रसारण कराया जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 10, 2021 8:52 AM IST

वाराणसी: योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditiyanath) ने सत्ता में आते ही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद  (cultural nationalism) को अपनी प्रथम प्राथमिकताओं (priorities) में  में रखा। उन्होंने सत्ता (Power) में आते ही प्रदेश को नई-नई योजनाएं दी तो वहीं अयोध्या (Ayodhya) का विकास और मंदिर निर्माण  योगी का बड़ा संकल्प (Resolution) था। उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में 'विकास की गंगा' (vikas ki Ganga) का संदेश दे रही बीजेपी अब गंगा किनारे से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ज्योत भी जगाने जा रही है। अयोध्या में मंदिर निर्माण से उत्साहित भाजपा चाहती है कि 'बम-बम काशी' की गूंज भी प्रदेश भर में गूंजे। इसके लिए संगठन ने कमर कस ली है। श्री काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर के लोकार्पण ( inauguration) समारोह से मठ-मंदिर, संत-महंतों को जोड़ने के साथ ही गांव-गांव इसका सीधा प्रसारण कराया जाएगा। 

दीपोत्सव होगा भाजपा का अहम कार्यक्रम
अयोध्या का विकास और मंदिर निर्माण के साथ ही भाजपा (BJP) की योगी सरकार (Yogi Government) ने मथुरा-वृंदावन, चित्रकूट, प्रयागराज, नैमिषारण्य जैसी धार्मिक नगरियों (religious cities) का भी विकास (Development) कार्य किया। वहां पर्व-त्योहार भी मनाए गए। नए तीर्थ स्थल घोषित किए। अब जब विधानसभा चुनाव नजदीक है तो इसका संदेश भाजपा जन-जन तक पहुंचाना चाहती है। यही वजह है कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर (Kashi Vishvanath Corridor)  के लोकार्पण के सरकारी कार्यक्रम के साथ ही पार्टी संगठन ने अपने भी कार्यक्रम बना लिए हैं। आपको बता दें 13, 14 और 15 दिसंबर को होने वाला दीपोत्सव भाजपा संगठन का अहम कार्यक्रम होगा।

धर्म नगरी में हुए विकास को महसूस करेगी जानता
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं (Members) को जिम्मेदारी दी गई है। कार्यकर्ता यूपी (UP) के हर नागरिक से जुड़ने को लिए सभी घरों तक दीप पहुचाएंगे। साथ ही योगी सरकार के कार्यकाल में धर्म नगरी में हुए विकास को प्रदेश कि जनता को महसूस कराएंगे। संगठन की नजर इन दीपकों पर होगी। तीन दिन जलने वाले दीप यह संदेश भी देंगे कि भाजपा अपना संदेश पहुंचाने में कितना सफल रही। उससे यह भी अंदाजा लगाया जा सकेगा कि विकास के तमाम दावों के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की यह लहर आने वाले चुनाव में भाजपा की नैया पार लगाने में कितनी सहायक साबित होती है।

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