प्रयागराज में टोल टैक्स कटौती को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में प्रयागराज में खड़ी कार का झांसी में टोल टैक्स कटौती का मैसेज उपभोक्ता के पास पहुंचा। मामले के सामने आने के बाद एनएचएआई के अफसर भी हैरान हैं।
प्रयागराज: फास्टैग सेवा में टैक्स कटौती को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य किए जाने के बाद इस तरह की पहली शिकायत सामने आई है। चेकनाका बिना पार किए ही पथ कर को काट लिया गया। दरअसल यह पूरा मामला प्रयागराज से सामने आया। जहां खड़ी कार का झांसी के टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए टोल टैक्स कट गया। मामले को लेकर बृहस्पतिवार को एनएचएआई के परियोजना निदेशक से शिकायत की गई। बिना टोल प्लाजा पर गुजरे ही टैक्स काटे जाने की शिकायत आने के बाद जांच शुरू हो गई है।
अफसरों ने कहा-तकनीकि समस्या के चलते हुआ मामला
वह जब अधिकारियों के सामने कैमरे से स्कैन हुए बिना ही फास्टैग से टोल काटने की शिकायत आई तो वह भी हैरान रह गए। उनके द्वारा कहा गया कि यह तकनीकि समस्या के चलते हो सकता है। फिर भी इसकी वजहों को खंगाला जा रहा है। यह पूरा मामला तब सामने आया जब प्रयागराज में तैनात एक अफसर के मोबाइल पर रात तकरीबन 10 बजे झांसी के रक्षा टोल प्लाजा पर आने-जाने यानी की दोनों ही ओर से टोल टैक्स कटौती का मैसेज आया। मैसेज देखने के बाद वह हैरान रह गए। इसके पीछे का कारण था टोल प्लाजा पर जिस कार संख्या यूके 06 एएफ 6922 के फास्टैग से टोल टैक्स काटे जाने का मैसेज आया वह कार वहां से गुजरी ही नहीं। जबकि 120 रुपए प्रति फेरे के हिसाब से 240 रुपए पथकर के नाम पर उनके खाते से कट गए।
मामले को लेकर जांच के दिए गए आदेश
मामले को लेकर शिकायत सामने आने के बाद एनएचएआई के परियोजना निदेश अश्विनी कुमार राय ने इसकी छानबीन के आदेश दिए हैं। वहीं जिस तरह से फास्टैग से पथकर में यह कटौती हुई उसके बाद इस सिस्टम पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। अफसरों ने भी जब इस मामले में जांच की तो पता लगा कि कार रक्षा टोल प्लाजा से नहीं गुजरी है। उनका कहना है कि तकनीकि समस्या के चलते हो सकता है यह पूरा मामला सामने आया हो।