मुख्यमंत्री ने सलाह भी दी है कि कोरोना वायरस को देखते हुए आवश्यक जागरूकता और सावधानी भी अवश्य बरतें। योगी ने कहा कि होली के मौके पर जोश में होश न खोएं, जिससे आपको किसी संकट का सामना ना करना पड़े। इसलिए सावधानी बरतें।
गोरखपुर (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस के चलते इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होली मिलन के किसी भी कार्यक्रम में नहीं शामिल होंगे। इस कारण दशकों से चली आ रही परंपरा भी टूट गई। बता दें कि गोरखपुर के पाण्डेय हाता से होलिका दहन का जुलूस निकला, घंटाघर होते हुए करीब पांच किलोमीटर की यात्रा पूरी की गई। दशकों से गोरक्षपीठाधीश्वर इस जुलूस में शामिल होते थे, लेकिन इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल नहीं हुए। हालांकि सीएम होली पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। योगी ने कहा कि होली के मौके पर जोश में होश न खोएं, जिससे आपको किसी संकट का सामना ना करना पड़े। इसलिए सावधानी बरतें।
सीएम ने प्रदेशवासियों को दिया ये संदेश
सीएम योगी ने कहा कि होली भारत की सनातन परंपरा का प्रमुख पर्व है। उन्होंने कहा कि हमारे पर्व हमें धर्म, सत्य और न्याय के पथ का अनुसरण करने की प्रेरणा प्रदान करते हैं और होली शांति, सद्भाव, समता और सौहार्द का महापर्व है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि आप सबका जीवन सुख, शांति और समृद्धि के सभी रंगों से परिपूर्ण हो. रंगोत्सव की सभी को अनेकों शुभकामनाएं।
सीएम ने दिया ये सलाह
मुख्यमंत्री ने सलाह भी दी है कि कोरोना वायरस को देखते हुए आवश्यक जागरूकता और सावधानी भी अवश्य बरतें। योगी ने कहा कि होली के मौके पर जोश में होश न खोएं, जिससे आपको किसी संकट का सामना ना करना पड़े। इसलिए सावधानी बरतें।
कोरोना वायरस की वजह से टूटी परम्परा
कोरोना वायरस के चलते इस बार सीएम योगी ने होली मिलन के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। इस कारण दशकों से चली आ रही एक परंपरा भी टूट गई। गोरखपुर के पाण्डेय हाता से होलिका दहन का जुलूस निकलता है। घंटाघर होते हुए करीब पांच किलोमीटर की यात्रा होती है। दशकों से गोरक्षपीठाधीश्वर इस जुलूस में शामिल होते थे।