135 दिन में हिंदू संगठन से जुड़े दूसरे बड़े नेता की लखनऊ में हत्या, ऐसे दिया वारदात को अंजाम

अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल घटनास्‍थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही हमलावरों की तलाश में जुटी है।

Ankur Shukla | Published : Feb 2, 2020 5:56 AM IST / Updated: Feb 03 2020, 01:41 AM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh)। लखनऊ में 135 दिन के अंदर हिंदू संगठन से जुड़े दूसरे बड़े नेता की हत्या कर दी गई। पुलिस इस वारदात को 4 माह 15 दिन पहले हुई हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या से भी जोड़कर देख रही है। हालांकि अभी कोई जिम्मेदार इस पर बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन इससे यूपी की राजधानी में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि पहले हत्याकांड के आरोपियों को यूपी पुलिस गुजरात से गिरफ्तार कर लाई थी। वहीं, आज सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हजरतगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।

बाइक से आए थे बदमाश, सिर में मारी है गोली
अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल घटनास्‍थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही हमलावरों की तलाश में जुटी है।

गोरखपुर के निवासी थे अंहिंम के अध्यक्ष
अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले थे। वे हजरतगंज इलाके की ओसीआर बिल्डिंग के बी ब्लॉक में रहते थे। रंजीत बच्चन समाजवादी पार्टी से भी जुड़े थे। वह सपा के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी करवाते रहे हैं

इस तरह हुई थी हिंसपा के अध्यक्ष की हत्या
बीते साल अक्टूबर में बदमाशों ने हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की खुर्शेदबाद इलाके में 18 अक्टूबर को गला रेतकर हत्या कर दी थी। इस मामले के तार गुजरात तक जुड़े थे। यूपी पुलिस ने गुजरात से हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किया था। फिलहाल यह मामला फास्टट्रैक कोर्ट में है। पुलिस ने इस हत्याकांड में 13 लोगों को आरोपी बनाया है। इन पर हत्या, आपराधिक साजिश रचने, साक्ष्य छिपाने, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट, आरोपियों को संरक्षण देने, फर्जी दस्तावेज बनाने और आईटी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। 

भाई के सहारे हत्यारे हत्यारे तक पहुंचने की कोशिश
इस घटना में रणजीत बच्चे के भाई की हाथ में भी गोली लगी है। उन्हें ईलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस को घायल भाई से अहम सुराग मिलने की उम्मीद हैं। इसलिए लगातार पुलिस उनके संपर्क में है और सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी तैनात की है। हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में लगे पुलिस के अधिकारी भी आ रहे हैं।

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