
उन्नाव: उत्तर प्रदेश का जिला उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनी 12 साल की बच्ची मंगलवार को मां बन गई। इसकी जानकारी जब कोर्ट को हुई तो अपर सत्र न्यायाधीश ने डीएम समेत सीएमओ को निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि जच्चा और बच्चा के इलाज में कोई लापरवाही न बरती जाए। दोनों को अच्छे से अच्छा इलाज उपलब्ध कराना चाहिए। दरअसल आठ महीने पहले किशोरी के साथ गांव के ही कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जिसकी वजह से वह गर्भवती हो गई थी। पुलिस ने इस घटना में तीन आरोपियों को जेल भी भेजा है।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने दिए निर्देश
मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने के बाद 12 साल की नाबालिग को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने बेटे को जन्म दिया। चिकित्सकों के अनुसार दोनों की हालत ठीक है। वहीं जज्जा की मां का आरोप है कि रात में उसे बच्चे से नहीं मिलने दिया गया। कई लोगों ने जब फोन किया उसके बाद उसे बच्चे से मिलवाया गया। इस मामले में बुधवार को पॉक्सो कोर्ट में सुनवाई थी। पीड़िता के अधिवक्ता संजीव त्रिवेदी ने अपर सत्र न्यायाधीश के समक्ष बेहतर इलाज को लेकर अपना पक्ष रखा। इसी दौरान उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जच्चा और बच्चा के इलाज में कोई लापरवाही न बरती जाए और जैसे भी हो अच्छा इलाज करवाया जाए।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल चल रहा मामला
शहर के मौरावां थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली गैंगरेप पीड़िता दलित किशोरी के प्रसव पीड़ा होने पर मां महिला आरक्षी से महिला जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। उसके बाद उसने बेटे को जन्म दिया। मासूम को डॉक्टर ने एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करवा गया है और दोनों की हालत सामान्य है। आपको बता दें कि 13 फरवरी को हुए किशोरी गैंगरेप मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया था। पुलिस के द्वारा चार्जशीट लगाए जाने के बाद यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।