उन्नाव केस: रात को ही अंतिम संस्कार कराना चाहते थे अफसर, गांव में उमड़ा हुजूम तो बदल गया इरादा

उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित का शव शनिवार देर शाम दिल्ली से उसके घर पहुंचा। इस दौरान गांव छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस प्रशासन रात में ही अंतिम संस्कार चाहता था, लेकिन परिवार राजी नहीं हुआ। वहीं, पीड़िता का शव गांव पहुंचने पर लोगों का हुजूम जुट गया था।

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2019 6:02 AM IST / Updated: Dec 08 2019, 11:34 AM IST

उन्नाव (Uttar Pradesh). उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित का शव शनिवार देर शाम दिल्ली से उसके घर पहुंचा। इस दौरान गांव छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस प्रशासन रात में ही अंतिम संस्कार चाहता था, लेकिन परिवार राजी नहीं हुआ। वहीं, पीड़िता का शव गांव पहुंचने पर लोगों का हुजूम जुट गया था। माना जा रहा है कि लोगों की इतनी भीड़ को देखते हुए प्रशासन को रात में ही अंतिम संस्कार के अपने फैसले को बदलना पड़ा। रविवार सुबह से ही दोबारा से प्रशासन अंतिम संस्कार की कोशिश में जुटा है। पीड़िता के शव को जलाने के बजाय दफनाने का फैसला किया गया है। लेकिन मृतका की बहन ने अपनी मांग रखते हुए कहा, जब तक सीएम योगी आदित्यनाथ आकर पर्सनली नहीं मिलेंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा। वहीं, पीड़ित की एक बहन पुणे में रहती है, उसका भी इंतजार किया जा रहा है। 

पीड़िता का शव जब उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर पहुंचा तो वहां सपा के एमएलसी सुनील साजन, पूर्व विधायक उदय राज यादव और पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद यादव सहित अन्य नेता मौजूद थे। साथ ही भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात भी थे। दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद थीं। गांव में वरिष्ठ अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। 

गुनहगारों को भी वहीं भेजना चाहिए
पीड़िता के भाई ने कहा, मेरी बहन को तभी न्याय मिलेगा जब सभी आरोपियों को वहीं भेजा जाएगा जहां वह चली गई। उसने मुझसे कहा था, भाई मुझे बचा लो। मैं दुखी हूं कि उसे बचा नहीं सका।

यूपी सरकार ने पीड़ित परिवार को दिया 25 लाख रुपए का चेक
बता दें, शनिवार यूपी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पीड़ित परिवार को 25 लाख का चेक दिया था। जिसके बाद पीड़िता के पिता ने कहा- क्या 25 लाख में मेरी बेटी वापस आ जाएगी। हालांकि, लोगों के समझाने पर परिवार ने चेक ले लिया। इस दौरान मौके पर मौजूद सपा नेताओं ने भी पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए देने की मांग की, तो स्वामी ने जवाब दिया कि सपा ने बदायूं गैंगरेप में पीड़िताओं को कोई मदद नहीं दी थी। 

सीएम योगी ने कहा, नहीं छोड़ेंगे कोई कसर
बता दें, मामले में सीएम योगी पहले ही कह चुके हैं कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

क्या है पूरा मामला
मामला बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर का है। कुछ दिन पहले यहां युवती के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया था। मामले में दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भी भेजा। हाल ही में वे जमानत पर जेल से बाह आए थे। मामले में गुरुवार को युवती मामले की पैरवी के लिए रायबरेली जा रही थी। रास्ते में सुबह करीब चार बजे दोनों नामजद आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। जिसके बाद पीड़िता का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां 6 दिसंबर की रात करीब 11 बजे उसने दम तोड़ दिया। बीते गुरुवार यानी 5 दिसंबर को उसे जलाया गया था, जिसमें उसका 90% शरीर झुलस गया था। मरते दम तक पीड़िता आरोपियों को सजा दिलाने की बात कहती रही थी। पुलिस सभी आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है, उन्हें न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया है।

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