यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की बहन ने योगी सरकार पर नाराजगी जताते हुए कहा, हमें जान के बदले जान चाहिए। एक हफ्ते में न्याय नहीं मिला तो सरकार हमारी भी जान ले ले और पूरे परिवार की समाधि बना दे। अभी तक ना तो आर्थिक मदद मिली और ना ही सीएम योगी मिलने आए।
उन्नाव (Uttar Pradesh). यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की बहन ने योगी सरकार पर नाराजगी जताते हुए कहा, हमें जान के बदले जान चाहिए। एक हफ्ते में न्याय नहीं मिला तो सरकार हमारी भी जान ले ले और पूरे परिवार की समाधि बना दे। अभी तक ना तो आर्थिक मदद मिली और ना ही सीएम योगी मिलने आए। वहीं, समाधि से शव बाहर निकालने की आशंका को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। समाधि की सुरक्षा के साथ पास भटकने वालों की पूरी जानकारी ली जा रही है।
3 दिन से समाधि के पास तंबू लगा सुरक्षा कर रहे पुलिसकर्मी
बता दें, इससे पहले प्रशासन पीड़ित परिवार के कहने पर समाधि को पक्का कर चबूतरा बनाने का काम कर रहा था। लेकिन पीड़ित परिवार ने ईंटें उखाड़कर फेंक दी और कहा जब तक मांग पूरी नहीं होती कोई काम नहीं होगा। यही नहीं, मांगें पूरी न होने पर परिजनों ने मिट्टी से शव निकालने का अल्टीमेटम भी दिया था। इसी के बाद एसपी ने समाधि स्थल के पास पुलिस का कड़ा पहरा लगाया है। तंबू तानकर पिछले तीन दिन से पुलिस कर्मी समाधि की सुरक्षा कर रहे हैं।
स्वास्थ्य टीम ने पीड़ित परिवार का किया हेल्थ चेकअप
वही, गुरुवार को भी प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर ड्यूटी के दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस बल पीड़िता के दरवाजे से लेकर दो किमी दूर समाधि स्थल तक भ्रमण करता रहा। पीड़िता के दरवाजे पर प्रभारी निरीक्षक मौरावां के साथ छह पुलिस कर्मी तैनात रहे। वहीं समाधि स्थल पर दो दरोगा, दो हेड कांस्टेबल, दो महिला सिपाही समेत 12 पुलिस कर्मी पहरा देते रहे। प्रभारी निरीक्षक बिहार भी पीड़िता के घर से समाधि स्थल तक सुरक्षा का जायजा लेते रहे। वहीं, स्वास्थ्य टीम ने पीड़ित परिवार के घर जाकर उनका मेडिकल चेकअप किया।
क्या है पूरा मामला
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती का गांव के शिवम त्रिवेदी से प्रेम संबंध था। शिवम ने इसी का फायदा उठाकर उसे रायबरेली ले गया और उसके साथ रेप। यही नहीं, इसका वीडियो भी बना लिया। जिसके वायरल करने की धमकी देकर कई बार रेप किया। युवती ने जब शादी का दबाव बनाया तो 12 दिसंबर 2018 को शिवम अपने चचेरे भाई शुभम के साथ आया। दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने युवती को अपने साथ ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। पुलिस ने चार मार्च को कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया और आरोपी शिवम को गिरफ्तार कर जेला भेज दिया गया, लेकिन घटना के एक साल बाद भी आरोपी शुभम पुलिस की पकड़ से बाहर रहा। वहीं, कुछ दिन पहले शिवम भी जमानत पर जेल से बाहर आ गया। बीते 5 दिसंबर को पीड़िता रायबरेली कोर्ट मामले की सुनवाई के लिए घर से निकली थी। आरोप है कि रास्ते में शिवम और शुभम ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवती को जिंदा जला दिया। पीड़िता ने दिल्ली अस्पताल में अंतिम सांस से पहले बयान दिया था कि शिवम और शुभम के अलावा तीन अन्य लोगों ने उसे आग लगाई है। मामले में पुलिस ने पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।