यूपी चुनाव 2022 से पहले लगातार यह चर्चा हो रही थी कि कई मंत्रियों और मौजूदा विधायकों का टिकट काटा जा सकता है। इसके बाद जब प्रत्याशियों की लिस्ट सामने आई तो उसमें यह देखने को भी मिला। योगी आदित्यनाथ समेत कुल 22 कैबिनेट मंत्रियों में से 17 चुनावी मैदान में हैं।
गौरव शुक्ला
लखनऊ: यूपी चुनाव 2022 में भाजपा ने कई मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है। हालांकि कुछ लोगों ने टिकट के ऐलान से पहले ही दूसरे दलों का दामन थाम लिया। योगी सरकार में 22 कैबिनेट मंत्री, 8 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 21 राज्यमंत्री हैं। इसमें से ज्यादातर को पार्टी फिर से चुनाव में उतार रही है। हालांकि कुछ मंत्री भी ऐसे हैं जिनका टिकट भाजपा ने काटा है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं।
यूपी सरकार में कुल मंत्रियों की संख्या 51 है। इसमें से 3 ऐसे मंत्री है जिनके टिकट भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में काट दिए हैं।
स्वाति सिंह - योगी सरकार में महिला सशक्तीकरण और बाल विकास मंत्रालय से स्वतंत्र प्रभार की राज्यमंत्री स्वाति सिंह को टिकट नहीं दिया है। स्वाति सिंह 2017 में पहली बार चुनाव लड़ीं और उन्हें सरकार की ओर से मंत्रिमंडल में जगह भी मिली। वह लखनऊ की सरोजिनीनगर सीट से मौजूदा समय में विधायक हैं। हालांकि इस बार सरोजिनीनगर सीट से पूर्व ईडी अधिकारी राजेश्वर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा गया है। स्वाति सिंह का टिकट कटने के पीछे का अहम कारण उनका विवादों में रहना है। स्वाति सिंह सरकार के 5 साल के कार्यकाल में कई बार चर्चाओं में रहीं। सरोजिनीनगर सीट से स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह दोनों ही टिकट की मांग कर रहे थे। चुनाव से पहले ही उनके कुछ ऑडियो क्लिप भी वायरल हुए थे।
मुकुट बिहारी वर्मा- योगी सरकार में सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा को भी भाजपा ने यूपी चुनाव 2022 में टिकट नहीं दिया है। वह बहराइच की कैसरगंज सीट से विधायक हैं। हालांकि उस सीट से उनके बेटे गौरव वर्मा को पार्टी ने वहां से चुनाव में उतारा है। कहा जा रहा है कि बेटे को राजनीति में स्थापित करने के लिए उन्होंने अपनी ही सीट बेटे को दिलवाई है।
चौधरी उदयभान सिंह - उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्र उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन विभाग के राज्यमंत्री उदयभान सिंह का टिकट भी टिकट काट दिया गया है। उदयभान सिंह आगरा की फतेहपुर सीकरी से विधायक हैं। उनकी जगह चौधरी बाबूलाल को टिकट दिया गया है। माना जा रहा है कि ऐसे उदयभान सिंह की उम्र और चौधरी बाबूलाल के पक्ष में जातीय समीकरणों को साधने के कारण ऐसा किया गया।
एमएलसी रहते हुए भी सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव लड़ रहे चुनाव
एमएलसी होने के बावजूद सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा, जितिन प्रसाद, महेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह चौधरी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
22 कैबिनेट मंत्रियों में से 17 चुनावी मैदान में
सीएम योगी आदित्यनाथ समेत उनके मंत्रीमंडल में 22 कैबिनेट मंत्रियों में से 17 चुनावी मैदान में हैं। जबकि 4 एमएलसी होने के कारण वह विधानसभा चुनाव से दूर हैं। वहीं एक मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा का टिकट काटकर उनके बेटे को दिया गया है।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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