यूपी चुनाव के बीच बेसहारा पशुओं की समस्या को विपक्ष ने खूब भुनाने का प्रयास किया। सत्ताधारी दल को भी इससे काफी नुकसान हुआ। इसके बाद अब अधिकारी गोबर से धन कमाने के तरीकों को खोजने में जुटे हुए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छह चरणों का मतदान पूर्ण हो चुका है। इसी के साथ सातवें चरण के चुनाव के लिए तैयारियां जारी है। इस बीच निराश्रित पशुओं को लेकर खूब चर्चाएं हुईं। पीएम मोदी ने भी अपनी रैली के दौरान कहा था कि 10 मार्च को सरकार बनने के बाद सबसे पहले निराश्रित पशुओं के मुद्दे को खत्म किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव में निराश्रित पशुओं की समस्या के प्रभावी निस्तारण का जो वादा किया गया है उसके बाद अफसर अब मंथन में जुटे हुए हैं। अफसर गोबर से धन बनाने के लिए लगातार रणनीति बना रहे हैं। हालांकि निराश्रित पशुओं की वजह से सत्ता पक्ष को कितना नुकसान हुआ और विपक्ष के लिए यह कितना बेहतरीन मुद्दा साबित हुआ है इसका पता 10 मार्च को ही लगेगा।
बंद करवाए गए थे अवैध बूचड़खाने
ज्ञात हो कि प्रदेश में 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवैध बूचड़खानों को बंद करवा दिया था। जिसके बाद सरकार की ओर से आश्रय स्थल खोलने की भी पहल सामने आई थी। आश्रय स्थल खुलने के बाद लोगों को लगा था कि निराश्रित पशुओं का पालन-पोषण सरकार करेगी। हालांकि बीते दिनों इनकी संख्या में काफी इजाफा हुआ है। यही कारण है कि आज के समय में यह समस्या विकराल हो चुकी है।
पीएम मोदी ने कहा- ऐसी व्यवस्था होगी लोग पशुओं को घर में बांधेंगे
यूपी चुनाव के बीच पीएम मोदी ने कई रैलियों में कहा कि यूपी में छुट्टा जानवरों की समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है। इसके लिए रास्ते खोजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी योजना लागू करने का प्रयास जारी है जिससे जो पशु दूध देना बंद कर चुके हैं उनके गोबर से आय अर्जित की जा सके। इससे लोग छुट्टा जानवरों को बांधेंगे और उनकी कमाई भी होगी।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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