ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने हनीट्रैप के एक मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनपर दिल्ली जल निगम के एक अधिकारी को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे लाखों रुपए की रंगदारी वसूलने का प्रयास कर रहे थे।
ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा बीटा-2 पुलिस ने हनीट्रैप के एक मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आरोपी दिल्ली जल निगम के एक अधिकारी को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे लाखों रुपए की रंगदारी वसूलने का प्रयास कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि इन लोगों ने इससे पूर्व भी कुछ लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे पैसे वसूले हैं।
क्या बोले एडीसीपी?
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एडीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि "खुर्जा के रहने वाले नागेश कुमार नामक व्यक्ति ने गौतम बुद्ध नगर पुलिस से शिकायत की थी। उन्होंने आगे बताया कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनसे संपर्क किया। उसके बाद ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर बुलाया था। उनका आरोप है कि इन लोगों के साथ एक महिला थी। बीटा-2 कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि महिला थाना बीटा-2 क्षेत्र में स्थित एक ओयो होटल में उन्हें लेकर गई। वहां पर इन लोगों ने महिला के साथ उनकी अश्लील वीडियो बना ली। पीड़ित के अनुसार जब महिला उनके साथ होटल में थी, तभी चार लोग वहां पर आ गए।"
कितने में हुआ था सौदा?
एडीसीपी ने बताया कि "आरोपी ने अपने आप को क्राइम ब्रांच के अधिकारी बताया। उन्हें पकड़कर जनपद मथुरा ले गए, वहां पर महिला का कथित पति मिला। तथाकथित क्राइम ब्रांच के लोगों ने उनसे कहा कि महिला की पति की शिकायत पर उनकी गिरफ्तारी हुई है। बीटा-2 कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया पीड़ित कि उनके साथ मारपीट की गई और काफी देर तक चली बातचीत के बाद सौदा 13 लाख में तय हुआ. उन्होंने बताया कि बदमाशों ने उनसे उस समय दो लाख 85 हजार रुपए ले लिया। 10 लाख 15 हजार रुपए बकाया था।"