आज इमरान ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। मसूद ने सपा में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि हम अखिलेश के साथ हैं और उत्तर प्रदेश में बदलाव की बात कर रहे हैं। साथ ही कहा कि हम आरएलडी के साथ बैठक में नहीं थे। अखिलेश से मिल कर आए हैं और सपा में शामिल हुए हैं।
लखनऊ: विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (SP) लगातार अपनी ताकत बढ़ा रही है। हाल ही में सहारनपुर की मुजफ्फराबाद सीट से कांग्रेस (Congress) के विधायक इमरान मसूद (Imran Masood) ने सपा जॉइन करने का ऐलान किया था। 9 जनवरी को इमरान मसूद ने भी कहा था कि मौजूदा राजनीतिक हालात में सीधी जंग भाजपा और सपा के बीच ही नजर आती है। इसलिए मैंने सपा में जाने का फैसला लिया है। इमरान मसूद ने कहा था कि कांग्रेस ने मुझे काफी मौके दिए हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति में वह कमजोर है। आज इमरान ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। मसूद ने सपा में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि हम अखिलेश (Akhilesh Yadav) के साथ हैं और उत्तर प्रदेश में बदलाव की बात कर रहे हैं। साथ ही कहा कि हम आरएलडी (RLD) के साथ बैठक में नहीं थे। अखिलेश से मिल कर आए हैं और सपा में शामिल हुए हैं।
कोविड प्रोटोकॉल और आचार संहिता के उल्लंघन के चलते दर्ज हुआ था मुकदमा
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, सहारनपुर के कुतुबशेर थाने में इमरान मसूद सहित 10 लोगों को नामजद व 300 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इन सभी के खिलाफ कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के चलते महामारी अधिनियम 3 व 4, आचार संहिता का उल्लंघन करने के चलते धारा संख्या 188, 171-H, 269 व 270 में मुकदमा दर्ज किया गया है। सहारनपुर के एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि इमरान मसूद ने सपा में शामिल होने की घोषणा को लेकर अपने निवास स्थान पर बुलाई थी और बैठक को लेकर प्रशासन से अनुमति नहीं ली, जिसके चलते उनपर कार्रवाई की गई है।
2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में मिली हार
इमरान मसूद कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। वे 2007 में यूपी की मुजफ्फराबाद सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। यहां से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे 2014 और 2019 में लोकसभा चुना लड़ चुके हैं। हालांकि, दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इमरान मसूद को कांग्रेस ने हाल ही में बड़ी जिम्मेदारी दी थी। उन्हें कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था। इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव के साथ दिल्ली प्रभारी भी थे। लेकिन कुछ समय पहले ही इमरान ने सपा को सबसे बड़ा विपक्षी दल बता कर सबको चौंका दिया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस बार 403 विधान सभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी। यूपी में विधान सभा चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण में 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें तथा अंतिम चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा।