सपा और प्रसपा के गठबंधन में एक बार फिर सीटों का पेंच फंस गया है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के सामने 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की शर्त पर अड़े हैं। यही वजह है कि दोनों नेताओं बीच अभी आपसी समझौता नहीं हो पाया है।
लखनऊ: यूपी चुनाव 2022 (Up Election 2022) भी समाजवादी परिवार में पड़ी दरार को खत्म नहीं कर पा रहा है। जब कभी भी लगता है चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच दूरियां कम हो रही हैं। तभी दोनो के बीच मे सियासी बर्चस्व की जंग शुरू हो जाती है। सपा और प्रसपा के गठबंधन में एक बार फिर सीटों का पेंच फंस गया है।
शिवपाल ने अखिलेश से मांगी 100 सीटें
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव छोटी पार्टियों को साथ में लेकर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया से गठबंधन की अटकनें अभी तक साफ नहीं हो पाई है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के सामने 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की शर्त पर अड़े हैं। यही वजह है कि दोनों नेताओं बीच अभी आपसी समझौता नहीं हो पाया है।
अखिलेश ने नहीं दिया कोई जवाब- शिवपाल
शिवपाल यादव ने कहा कि गठबंधन पर उनकी बात अखिलेश यादव से हुई है और हमने अपनी पार्टी नहीं, बल्कि दूसरी पार्टियों की तरफ से भी 100 सीटें मांगी थीं। इसमें दूसरे दलों और पुराने समाजवादी जमीनी नेताओं को टिकट देना था, लेकिन कोई जवाब अखिलेश यादव की तरफ से नहीं आया है।
चाचा की दोनो शर्तें भतीजे को मंजूर नहीं
जानकारी मुताबिक सपा से गठबंधन या विलय की स्थिति में शिवपाल करीब 100 सीटें चाहते हैं, जिसके लिए अखिलेश यादव तैयार नहीं हैं। इसके अलावा शिवपाल अपने जिन करीबी नेताओं को टिकट के लिए पैरवी कर रहे हैं, उनमें ज्यादातर अखिलेश के विरोधी रहे हैं। ऐसे में इन दोनों ही शर्तों पर अखिलेश रजामंद नहीं हैं।