बिहार के सीवान निवासी 37 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई। वह हैदराबाद से ट्रेन से लौट रहा था। ट्रेन में उसकी तबीयत बिगड़ गई। गोरखपुर में जीआरपी ने उसे 16 जून को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई।
गोरखपुर: यूपी में एक बार फिर कोरोना ने तेजी पकड़ी है। इसी के साथ पूर्वी यूपी में डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। गोरखपुर में 13 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इसमें ज्यादातर बिहार और मंडल के दूसरे जिलों के हैं।
इंसेफेलाइटिस के मामले भी आ रहे हैं सामने
बीआरडी और जिला अस्पताल की जांच में मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती रहे इंसेफेलाइटिस के तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें दो मासूम बिहार के हैं। जबकि पांच साल की एक मासूम गगहा की रहने वाली है। इसके अलावा बीआरडी में भर्ती देवरिया के चार, बिहार के पांच और कुशीनगर व संतकबीर नगर के एक-एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है।
ट्रेन में बिगड़ी तबीयत
बिहार के सीवान निवासी 37 वर्षीय युवक में डेंगू की पुष्टि हुई। वह हैदराबाद से ट्रेन से लौट रहा था। ट्रेन में उसकी तबीयत बिगड़ गई। गोरखपुर में जीआरपी ने उसे 16 जून को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई।
इलाज के बाद युवक स्वस्थ हो गया है। उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है। इंसेफेलाइटिस की एक वजह डेंगू भी है। बीआरडी में इस वर्ष भर्ती तीन मरीजों में इसकी तस्दीक हो चुकी है। गगहा के डांगीपार निवासी 5 वर्षीय मासूम को परिजनों ने इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती कराया।
कोरोना के 450 नए केस
बीते मंगलवार को राज्य में कोरोना के 450 नए केस आए थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जहां 450 नए केस आए हैं तो वहीं 335 लोग रिकवर भी हुए हैं। प्रदेश में इस वक्त एक्टिव मामलों की संख्या 3,767 पहुंच चुकी है। लखनऊ, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा कोरोना मामले देखने को मिल रहे हैं।
कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि रोजाना होने वाले कोरोना टेस्ट में बढ़ोतरी की जाए, जिससे संक्रमित लोगों का पता लगाया जा सके और उनका सही वक्त पर ट्रीटमेंट किया जा सके। साथ ही वैक्सीनेशन के लिए भी निर्देश दिए गए।