
कानपुर: पाकिस्तानी नागरिक शाहिद हलीम पर ईडी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। लगातार 13 सालों से ईडी शाहिद की निगरानी कर रहा है। लेकिन बार-बार प्रशासन से दस्तावेज मांगने के बावजूद कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। जांच में यह भी पाया गया है कि इन संपत्तियों का बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा का भी कनेक्शन है।
कानपुर शहर में 13 संपत्तियां
पाकिस्तान नागरिक शाहिद हलीम की कानपुर शहर में 13 संपत्तियां हैं, जिन्हें शत्रु संपत्ति घोषित करने की कवायद चल रही है। शाहिद के पाकिस्तान जाने के बाद उसकी संपत्तियों की खरीद-फरोख्त हुई। इन संपत्तियों में रहने वाले रजिस्ट्रयां भी दिखाते हैं। ऐसे में यह सामने आया था कि शाहिद हलीम ने पाकिस्तान जाने के बाद भी इन संपत्तियों को बेचा गया। गौरतलब है कि ज्यादातर संपत्तियों से नई सड़क उपद्रव के साजिशकर्ता और बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट के मालिक मुख्तार बाबा का नाम भी जुड़ा है।
संपत्तियों की जांच के लिए ईडी ने कई बार लिखा पत्र
इन संपत्तियों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक वीपी गोगिया ने पहला पत्र अक्टूर 2009 में लिखा था। यह पत्र भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक दिनेश सिंह को भेजा गया था जिसमें ईडी ने शाहिद हलीम की संपत्ति पर हुई रजिस्ट्रियां, यहां रहने वाले लोगों के नाम व पते समेत अन्य जानकारियां मांगी थीं लेकिन ईडी को तब कोई भी जानकारी नहीं दी गई।
कानपुर प्रशासन नहीं साझा कर रहा जानकारी
इसके बाद ईडी ने लगातार तीन बार जिलाधिकारी कानपुर नगर को पत्र भेजकर यह जानकारियां उपलब्ध कराने की मांग की थी ताकि संपत्तियों की जांच की जा सके लेकिन अब तक जानकारी साझा नहीं की गई।
हलीम की संपत्तियां
13/389 परमट, 13/390 परमट, 91/146 हीरामन का पुरवा, 116/630 गार्डन, 90/92 दलेल पुरवा, 91/71 दलेल पुरवा, 41/125 नई सड़क, 41/125 नई सड़क, 93/124 अनवरगंज, 93/110 अनवरगंज, 7/190 बशीर बाग स्वरूप नगर, 7/189 एबीसी स्वरूप नगर, 100/406 कंघी मोहाल।
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