लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में औरैया के डीएम सुनील वर्मा को किया गया संस्पेंड, प्रॉपर्टी की भी होगी जांच

Published : Apr 04, 2022, 04:55 PM ISTUpdated : Apr 04, 2022, 04:56 PM IST
लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में औरैया के डीएम सुनील वर्मा को किया गया संस्पेंड, प्रॉपर्टी की भी होगी जांच

सार

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की दोबारा वापसी के बाद कई अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। अब औरैया के डीएम सुनील वर्मा को संस्पेंड कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से उनको निलंबित किया गया है। इसके साथ ही उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच करने के निर्देश दिए गए है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले औरेया के जिलाधिकारी सुनील वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने उनकी संपत्तियों की जांच करने के भी आदेश दिए है। मिली जानकारी के अनुसार औरैया जिलाधिकारी सुनील वर्मा के खिलाफ लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। सुनील वर्मा को संस्पेड उनके काम में बेहद लापरवाही और भ्रष्टाचार करने के आरोप में किया गया है।

योगी के दूसरे कार्यकाल में पहला आईपीएस निलंबित
औरैया के जिलाधिकारी के संस्पेंड से पहले गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भी काम निलंबित कर दिया गया था। योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रशासन में लापरवाही व अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण न कर पाने के चलते इनको निलंबित किया गया था। उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद किसी आईपीएस अधिकारी के विरुद्ध की गई यह पहली कार्रवाई है।

खनन और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोपों में हुए थे निलंबित
गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार से पहले योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र के आईएएस अधिकारी टीके शिबू भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर उनको पद से निलंबित किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरे टॉलरेंस की नीति के अंतर्गत एक्शन लिया गया था। खनन और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार व यूपी चुनाव के दौरान लापरवाही के आरोपों पर सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू को निलंबित कर दिया गया था। आरोपों की जांच वाराणसी मंडल के आयुक्त को सौंपी गई थी।

चुनाव के बाद सीएम योगी लापरवाह अधिकारियों पर कर रही कार्रवाई
बता दें कि 2012 बैच के आईएएस अधिकारी टीके शिबू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया था कि पूर्व की भांति ही भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति इस कार्यकाल में भी सख्ती से लागू रहेगी। इस कार्यवाही के बाद डीएम के ऊपर विभागीय जांच बैठी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में भ्रष्टाचार व शासकीय दायित्वों में लापरवाही के चलते 17 आइपीएस अधिकारियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई हुई थी। विधानसभा चुनाव 2022 जीतकर प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रहे योगी आदित्यनाथ इन दिनों लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं। इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं, सस्पेंडेड डीएम सुनील वर्मा की सम्पत्ति की भी जांच करवाई जाएगी।

प्रतापगढ़ में तहसीलदार की मौत पर सहारनपुर के कर्मियों में फूटा गुस्सा, एसडीएम को गिरफ्त करने की रखी मांग

गोरखनाथ मंदिर पर हमले को यूपी पुलिस ने बताया गंभीर साजिश, ACS गृह अवनीश अवस्थी ने कहा- आतंकी हमला

गोरखनाथ मंदिर में जवानों पर हुए हमले पर बोले डिप्टी सीएम केशव- जांच के लिए दिए गए निर्देश, घटना बेहद निंदनीय

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

योगी सरकार की नीतियों से MSME को नई उड़ान, UP बनेगा 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का केंद्र
योगी सरकार की आबकारी नीति से एथेनॉल उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, निवेश में आई तेजी