उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 7 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सबसे पहले कैबनेट मंत्री के रुप में जतिन प्रसाद ने मंत्रिपद की शपथ ली। इसके बाद छत्रपाल गंगवार ने भी शपथ ली।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 7 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सबसे पहले कैबनेट मंत्री के रुप में जतिन प्रसाद ने मंत्रिपद की शपथ ली। इसके बाद छत्रपाल गंगवार ने भी शपथ ली। फिर पलटू राम, संगीता बलवंत बिंद, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर प्रजापति ने मंत्री पद की शपथ ली।
3 दलित, 3 ओबीसी, 1 ब्राह्मण चेहरा
सीएम योगी की इस नई टीम में 7 नेताओं को शामिल किया गया है। जिसमें जातीय समीकरण का सबसे ज्यादा ध्यान रखा गया है। इन 7 मंत्रियों में 3 दलित, 3 ओबीसी, एक ब्राह्मण चेहरे को मंत्री बनाया गया है। जितिन प्रसाद कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। वहीं बाकी के 6 को मंत्री बनेंगे।
सुबह से ही होने लगी थीं मंत्रिमंडल की चर्चा
बता दें कि रविवार सुबह से ही योगी के मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा शुरू हो गई थी। अचानक राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोपहर 12:45 बजे गुजरात से लखनऊ राजभवन पहुंचीं। इसके बाद दोपहर 2 बजे राज्यपाल भवन में हाई लेवल मीटिंग हुई। जिसके बाद कैबिनेट विस्तार की अधिकारिक घोषणा की गई थी।
जितिन प्रसाद को दिल्ली से लखनऊ बुलाया गया
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले जितिन प्रसाद को अचानक दिल्ली से लखनऊ बुलाया गया । क्योंकि उनका कैबिनेट मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा था। कुछ दिन पहेल ही उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की थी। फिर योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे। इसके बाद से ही कयास लगने लगे थे कि जितिन को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा।
इस वजह से हो रहा मंत्रिमंडल का विस्तार
बता दें कि साल 2022 यानि चार से पांच महीने बाद ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव को देखते हुए ही योगी सरकार के कैबिनेट का विस्तार किया गया है। मंत्रिमंडल के इस नए विस्तार में जातीय गणित को भी साधने का प्रयास किया गया है। दो महीने पहले हुए मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में भी उत्तर प्रदेश के नेताओं को खास तरजीह देते हुए प्रदेश से 7 नए केंद्रीय मंत्री बनाए गए थे।
कोरोना में हो चुका मंत्रियों का निधन
यूपी में साढ़े चार साल पहले योगी सरकार बनने के बाद इससे पहले 22 अगस्त 2019 को दूसरी बार मंत्रिमंडल विस्तार किया गया गया था। अब चुनाव से ठीक पहले फिर एक बार यह विस्तार किया गया। क्योंकि कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है। इस हिसाब से भी मंत्रिमंडल में जगह खाली थी। बता दें कि अभी तक योगी सरकार में 23 कैबिनेट मंत्री थे, वहीं 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री। जबकि 22 राज्यमंत्री थे। इस हिसाब से यूपी मंत्रिमंडल में टोटल 53 मंत्री थे। लेकिन अब इनकी संख्यां 60 हो गई है।