UP पुलिस के मुखिया ने माना, FIR के बाद जांच से ही शुरू हो जाता है पुलिस का भ्रष्टाचार

Published : Oct 11, 2019, 07:10 PM ISTUpdated : Oct 11, 2019, 07:19 PM IST
UP पुलिस के मुखिया ने माना, FIR के बाद जांच से ही शुरू हो जाता है पुलिस का भ्रष्टाचार

सार

यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने माना है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस की विवेचना के साथ ही पुलिस का भ्रष्टाचार शुरू होता है। शुक्रवार को उन्होंने कहा, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामास्वामी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। 

लखनऊ (Uttar Pradesh). यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने माना है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस की विवेचना के साथ ही पुलिस का भ्रष्टाचार शुरू होता है। शुक्रवार को उन्होंने कहा, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामास्वामी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी संगीन मुकदमों में फर्जी नामजदगी न हो, इस पर नजर रखेगी और पारदर्शी ढंग से मुकदमों की पैरवी करेगी।

पास्को एक्ट पर मजबूती से काम कर रही यूपी पुलिस
पिछले दिनों लाइसेंसी असलहों के कारतूस के हिसाब मांगे जाने के आदेश का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, गृह विभाग के शासनादेश के बाद लाइसेंसी असलहों के कारतूस का हिसाब मांगा जा रहा है। पॉक्सो के मामलों पर बोलते हुए उन्होंने कहा, हाल ही कानपुर में 23 दिन के अंदर रेप के आरोपी को उम्र कैद की सजा सुनाई गई। औरैया, कानपुर और आगरा पुलिस ने पॉक्सो में अच्छी कार्रवाई की है। प्रदेश में पॉक्सो और रेप के मामलों में कमी आई है।

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

यमुना एक्सप्रेस-वे हादसा: मुझे बचा लो..बस में फंसे पिता का मौत से पहले बेटी को आखिरी कॉल
शिक्षक बनने की कीमत 40 लाख रुपए? वाराणसी के कबीर कॉलेज का बड़ा खुलासा!