मौनी अमावस्या पर भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी, हर-हर महादेव के नारे से गूंजा काशी विश्वनाथ धाम

मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालु रात्रि से काशी के पवित्र घाटों पर पहुंचने लगे और श्रद्धालु गंगा घाट पर रात भर भजन कीर्तन के बाद सुबह स्नान करने के बाद बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाकर उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचे वाराणसी के घाटों पर श्रद्धालु घाट किनारे रात भर माता गंगा का कीर्तन करते दिखाई देते हैं । 

Asianet News Hindi | Published : Feb 1, 2022 4:10 AM IST / Updated: Feb 01 2022, 09:54 AM IST

अनुज तिवारी, वाराणसी

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी के प्रमुख घाटों पर मंगलवार को मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। घाटों पर सुबह ही भक्तों का जनसैलाब उमड़ हुआ दिखाई दे रहा। श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के बाद प्रभु की आराधना करते नजर आए साथी गंगा स्नान के बाद दान पुण्य का भी महत्व है। सुरक्षा के लिहाज से भक्तों की भीड़ को देखते हुए गंगा घाट पर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त बंदोबस्त किया हैं।

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रात से ही घाटों पर पहुंचे श्रद्धालु
मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालु रात्रि से काशी के पवित्र घाटों पर पहुंचने लगे और श्रद्धालु गंगा घाट पर रात भर भजन कीर्तन के बाद सुबह स्नान करने के बाद बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाकर उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचे वाराणसी के घाटों पर श्रद्धालु घाट किनारे रात भर माता गंगा का कीर्तन करते दिखाई देते हैं । 

ये हैं महत्व मौनी अमावस्या का
मौनी अमावस्या पर मौन रहकर स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन मौन रहने का अलग महत्व है। मौनी अमावस्या के बारे में कहा जाता है कि इस दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था। मनु शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई है, इसलिए इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिये इस तिथि का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इस तिथि को तर्पण, स्नान, दान आदि के लिये शास्त्रों में बहुत ही पुण्य फलदायी माना गया है। 

मौनी अमावस्या को दान का महत्व
मौनी अमावस्या को गंगा नदी में स्नान के बाद दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान के बाद लोग काला तिल, गरम कपड़े, कंबल, तेल, जूते आदि का दान कर सकते हैं। दान करने से पुण्य प्राप्त होता है और ग्रहों से जुड़े दोष भी दूर हो जाते हैं। 

हर हर महादेव के नारे से गूंजा विश्वनाथ धाम
मौनी अमावस्या पर लोगों ने गंगा स्नान करने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में भी जाकर दर्शन किया। काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन सुबह से ही देखने को मिल रही भक्तों में खासा उत्साह भी है नए विश्वनाथ धाम के स्वरूप को देखने के लिए कई भक्त दूरदराज से बनारस पहुंचे हैं बाबा के दरबार में भक्तों ने हर हर महादेव के नारे भी लगाए

दर्शन करने वालों में सबसे अधिक भीड़ बाहर से आये लोगों की थी। पुलिस ने भीड़ को देखते हुए पहले ही रूट डायवर्जन कर दिया था जिससे श्रद्धालुओं को गंगा घाट पहुंचने में अधिक समस्या नहीं हुई। 

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