उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोडल अधिकारियों को प्रभारी मंत्रियों के साथ हर महीने शहरों के भ्रमण का फरमान तो सुना दिया है लेकिन अभी भी योगी सरकार 2.0 में नए सिरे से प्रभारी मंत्रियों व नोडल अधिकारियों की नए सिरे से नियुक्ति नहीं हुई है। जिसके लिए सीएम योगी ने निर्देश दे दिए है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सत्ता में दोबारा वापसी कर ली है। 37 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास बदल दिया है। शपथ ग्रहण के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैदान में पूरी ऊर्जा के साथ उतर चुके है। योगी सरकार 2.0 अब फील्ड में सरकारी कामकाज को रफ्तार देने के लिए जिलों में प्रभारी मंत्री व नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की कार्रवाई जल्द करने जा रही है। इससे संबंधित प्रस्ताव पर सरकार ने विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
पुराने मंत्रियों की जगह हुई नए की नियुक्ति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोडल अधिकारियों को प्रभारी मंत्रियों के साथ हर माह जिलों के भ्रमण का फरमान तो सुना ही चुके हैं। लेकिन अभी भी प्रभारी मंत्रियों व नोडल अधिकारियों की नए सिरे से नियुक्ति नहीं हुई है। इसलिए योगी सरकार अब बाकी कामों की तरह इसमें भी लग चुकी है। ताकि दफ्तरों के अलावा फील्ड में भी सरकार कामकाज को रफ्तार दी जा सके। योगी सरकार 2.0 में मंत्रिमंडल में पुरानों की जगह बड़ी सख्या में नए मंत्रियों को जगह मिली है।
कई मंत्रियों को एक से अधिक जिलों का मिलेगा प्रभार
मंत्रियों को विभाग आवंटन के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ मंत्री भी अपनी जिम्मेदारियों को संभालने लगे है। फील्ड में सराकारी कामकाजों को रफ्तार देने के लिए प्रत्येक जिले में नए सिरे से प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति होनी है। मुख्यमंत्री को छोड़कर मंत्रिमंडल में 52 मंत्री हैं, लेकिन जिलों की संख्या 75 है। ऐसे में कई मंत्रियों को एक से अधिक जिलों का प्रभार मिलना तय है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जल्दी ही प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर सकते हैं। शासन का नियोजन विभाग इस संबंध में कार्रवाई कर रहा है। इसी तरह शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में शासन में जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। इनमें से कई सेवानिवृत्त हो चुके हैं या उनका तबादला हो चुका है।
नोडल अधिकारियों की नए सिरे से होगी नियुक्ति
योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी नोडल अधिकारियों की नियुक्ति हुई थी। जिसमें से कुछ सेवानिवृत्त हो चुके हैं या उनका तबादला हो चुका है। इसी प्रकार अब सभी जिलों में नए सिरे से नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जानी है। शासन का कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग नोडल अधिकारियों की नियुक्ति संबंधी कार्यवाही तेजी से कर रहा है। शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिलों में प्रभारी मंत्रियों व नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के बाद फील्ड के कामकाज की शासन स्तर से मॉनिटरिंग शुरू हो जाएगी। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का फील्ड में प्रभावी अमल भी सुनिश्चित हो सकेगा।
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