पूरा गांव दिन नवमी और दशहरा मनाने की तैयारी कर रहा था। लेकिन इस भयानक हदासे के बाद से सारी उमंग चली गई। जहां कल तक लोग इस पर्व को लेकर खुश थे अब वहीं आंसू बहा रहे हैं। गांव की लड़कियां कह रही उनकी आंखों के सामने 2 सहेलियां चीखते हुए मर गईं और वह कुछ नहीं कर पाईं।
ललितपुर (उत्तर प्रदेश). पूरा देश जहां दशहरा का उत्सव मना रहा है वहीं उत्तर प्रदेश के ललितपुर में यह दिन काल बनकर आया। उनके घर में खुशी की जगह मातम की चीखें गूंज रही हैं। बचपन की दो सहेलियों की तलाब में नहाते समय डूबने से मौत हो गई। इलाके में यह खबर पहुंचते ही कोहराम मच गया।
15 से 20 लड़कियां के सामने मर गईं दो सहेलियां
दरअसल, यह दुखद घटना ललितपुर जिले के बंट गांव में रविवार को हुई। जहां पर 15 से 20 लड़कियां गांव के बाहर तालाब में नहाने के लिए पहुंची थीं। इसी दौरान दो नाबालिग बच्ची आस्था उर्फ शुभी और नैंसी देखते ही देखते नहाते समय अचानक डूब गईं। मौके पर मौजदू लोगों ने आनन-फानन में पानी में छलांग लगा दी। काफी देर तक तलाशने के बाद दोनों को तालाब से निकाला गया। लोगों ने शवों को अस्पताल भिजवाया जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
सहेलियों को याद कर रो रहीं गांव की लड़कियां
बता दें कि पूरा गांव में इस दिन नवमी और दशहरा मनाने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन इस भयानक हदासे के बाद से सारी उमंग चली गई। जहां कल तक लोग इस पर्व को लेकर खुश थे अब वहीं आंखों से आंसू बहा रहे हैं। गांव की अन्य लड़कियां जो तालाब में नहाने के लिए पहुंची थीं, उनका रो-रोकर बुरा हाल है। वह यही कह रही हैं कि उनकी आंखों के सामने उनकी सहेलियां चीखते ही मर गईं और वह उनको नहीं बचा पाईं।
बेटियों के चेहरे देख मातम मना रहे परिजन
दोनों बच्चियों के शव जैसे ही उनके घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिजनों बुरी तरही बेटियों का चेहरा देखते हुए चीख रहे हैं। कोई कह रहा है कि यह कैसा दशहरा जहां हम रावण को जलाने की तैयारी कर रहे थे। अब बेटियों की अर्थी जलानी होगी। इस साल का यह पर्व हमारे लिए तो काल बनकर आया है।