पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर अकसर उंगलियां उठती रहती हैं। लेकिन यहां मामला एकदम उलट है। एक शख्स ने पुलिस विभाग की तारीफ में एक ऐसा लिफाफा भेजा, जिसे खोलने के बाद पुलिस अफसर भी अपने इमोशन छुपा नहीं सके।
आगरा. आमतौर पर पब्लिक से पुलिस को कम ही तारीफ मिलती हैं। फिर चाहे वो कितनी ही शिद्दत के साथ ही अपनी ड्यूटी क्यों न निभाए। लेकिन जब कभी कोई तारीफ करता है, तो वो यादगार बन जाती है। ऐसा ही एक मामला यहां सामने आया है। एक शख्स ने पुलिस की कार्यशैली से खुश होकर आगरा रेंज के IG ए. सतीश गणेश को एक लिफाफा भेजा। IG ने कोई शिकायत पत्र समझकर उसे सहजतौर पर खोला। लेकिन लिफाफे से जो निकला, उसने IG को इमोशनल कर दिया। लिफाफे से एक प्रशंसा पत्र और 500 रुपए का चेक निकला।
यह है पीछे की कहानी...
एटा के सिद्धार्थनगर भगीपुर के रहने वाले विजयपाल कुछ समय पहले ही सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हुए हैं। वे क्लर्क थे। 21 जुलाई को उन्होंने अखबार में एक खबर पढ़ी थी। यह खबर IG के निरीक्षण से जुड़ी थी। IG मथुरा जिले के थाना हाईवे पहुंचे थे। वे एक आम आदमी बनकर वहां गए थे। थाने का स्टाफ उन्हें पहचानता नहीं था। IG ने खुद को कर्नल बताकर लैपटॉप, कैश और महत्वपूर्ण कागजात चोरी होने की बात बताई। वहां मौजूद प्रभारी इंस्पेक्टर रामपाल सिंह भाटी बगैर कोई आनाकानी के तत्काल मुकदमा दर्ज करने लगे। IG को प्रभारी इंस्पेक्टर की कार्यशैली अच्छी लगी।
23 साल के करियर में सबसे अनूठा पुरस्कार
अखबार में खबर पढ़कर विजयपाल सिंह IG और प्रभारी इंस्पेक्टर दोनों की ईमानदारी से प्रभावित हुए। उन्होंने बतौर तारीफ IG के नाम एक प्रशंसा पत्र और 500 रुपए का चेक भेजा। विजयपाल सिंह ने 200 रुपए का एक चेक रामपाल सिंह भाटी को भी भेजा। IG ने कहा कि 23 साल के उनके करियर में ऐसा पुरस्कार पहले कभी नहीं मिला। यह सम्मान उन्हें एक आम आदमी ने दिया है, यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। विजयपाल ने राज्यपाल आनंदबेन पटेल को भी पत्र लिखा है। इसमें कहा गया कि जनता के प्रति निष्ठावान और ईमानदार पुलिस अफसरों के नाम अच्छे अफसरों की लिस्ट में शामिल करें। IG ए. सतीश गणेश ने कहा कि वे चेक को भुनाएंगे नहीं। उसे बतौर सम्मान अपने पास रखेंगे।