परिवहन निगम अब यात्रियों की सुविधा पर दे रहा जोर, पुरानी बसों की स्थिति को सुधारने के लिए उठाएगा यह कदम

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की तरफ से जारी किए पत्र के बाद पुरानी खस्ताहाल रोडवेज बसों की हालत सुधारी जाएंगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। रोडवेज की जिन बसों में मेंटेनेंस की अधिक आवश्यकता है उनकी सूची तैयार कर ली गई है। इन बसों का मेंटनेंस झूंसी वर्कशॉप में किया जा रहा है।

Pankaj Kumar | Published : Apr 4, 2022 5:34 AM IST / Updated: Apr 04 2022, 11:29 AM IST

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में जितनी भी रोडवेज बसें पुरानी हो गई है, वो जल्द ही चमचमाती हुई नजर आएंगी। परिवहन निगम अब यात्रियों की सुविधा पर जोर दे रहा है। बसों को सिर्फ बाहर से ही नहीं बल्कि बाहर से भी चमकाया जाएगा। जिससे यात्रियों को काफी फायदा होगा। रोडवेज की अधिकांश बसें पुरानी हो गई है। सभी बसों की मेंटेनेंस का कार्य भी कभी पूरा नहीं हो पाता है। जिसके कारण बाहर और अंदर दोनों जगह इन बसों की हालत बहुत खराब है। इसी कारणवश यह फैसला लिया गया है। 

परिवहन निगम ने पुरानी और खस्ताहाल बसों की हालत सुधारने का जिम्मा ले लिया है। ऐसी सभी बसों की हालत को सुधारा जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिन बसों में मेंटेनेंस की अधिक आवश्यकता है उनकी सूची तैयार कर ली गई है। प्राथमिकता ऐसी ही बसों को दी जाएगी जिनकी हालत पूरी तरह से खस्ताहाल हो चुकी है। खासकर लंबी दूरी की बसों में यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो, इसके लिए विशेष तौर पर बस के अंदर काम कराए जाएंगे। 

बसों में होगी पेटिंग
प्राथमिक स्तर पर उन बसों को चुना गया है जिनकी हालत बेहद ही नाजुक है इसलिए सबसे पहले काम उन्हीं बसों में किया जाएगा। पुरानी रोडवेज बसों को बाहर से नया दिखाने के लिए उन्हें पेंड किया जाएगा। बाहर से रंग रोगन के द्वारा बसों को चमकाया जाएगा ताकि यात्री भी बसों में चढ़ने के लिए आकर्षित हो। इससे बसों की हालत में सुधार तो आएगा ही साथ ही मौजूदा बदहाल स्थिति भी सुंदर नजर आने लगेगी। इसके लिए काम शुरू हो चुका है और चार दर्जन बसों को प्रथम चरण में पेंट करने के लिए चुना गया है। इन बसों की हालत को सुधारने के लिए प्रयागराज के झूंसी में स्थिति वर्कशॉप पर यह काम किया जाएगा।

यह-यह होंगे बदलाव
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक की ओर से सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को पत्र जारी किया गया है। जिसमें लिखा है कि यात्री सुविधाओं को बढ़ाने, बसों की स्थिति को सुदृढ़ करने, बसों की मरम्मत करने व साफ-सफाई के निर्देश दिए है। जिसके बाद से क्षेत्रीय प्रबंधक प्रयागराज की ओर से इसके लिए तैयारियां भी शुरू करा दी गई है। प्राथमिकता उन्हीं बसों को दी जाएगी जिनकी हालत अधिक खराब है, उनकी सूरत बदलने का काम शुरू किया गया है।

परिक्षेत्र में कुल आठ डिपो
यूपी की संगम नगरी प्रयागराज में कुल आठ डिपो हैं। इनमें प्रयाग, सिविल लाइंस, जीरो रोड, लीडर रोड शहर में है। इन सभी डिपो में कुल 560 रोडवेज बसें हैं। इनमें से ज्यादातर बसें निर्धारित दूरी के मानक को पूरा कर चुकी हैं और उन्हें नियमत: रिटायर भी कर दिया जाना चाहिए। लेकिन ऐसी बसों को यात्रियों की सुविधा सेवा में उन्हें अभी भी चलाया जा रहा है। 

रोडवेज बसों के प्रबंधक बोले
रोडवेज बसों की हालत सुधारने के लिए झूंसी के वर्कशॉप में लगभग चार दर्जन बसों में पेंटिंग के साथ कमियों को दुरूस्त किया जा रहा है। जिन बसों में सीटें खराब हो गई हैं, उसको भी बदला जा रहा है। पेंटिंग के अलावा जिन बसों की खिड़की के कांच टूट गए हैं, बस की लाइट आदि खराब हो गई है उसे भी ठीक किया जा रहा है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रवंधक टीकेएस विसेन ने बताया कि यात्रियों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए सालों पुरानी बसों में भी जो खामियां है उसे भी दूर कराया जा रहा है।

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