प्रदेश के लिए 2 डिप्टी सीएम का भी फैसला होना है। इसके लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का नाम सामने आ रहा है. वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री पद के लिए आगरा ग्रामीण से विधायक चुनी गईं उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का नाम भी चर्चा में है।
लखनऊ: विधानसभा चुनाव में मतगणना के बाद यह फैसला तो होगा कि मुख्यमंत्री के पद पर सीएम योगी फिर विराजमान होंगे, लेकिन डिप्टी सीएम केशव मौर्य के साथ कैबिनेट के 10 और मंत्रियों के चुनाव हारने के बाद नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन करना होगा।
डिप्टी सीएम के पद के लिए ये 2 नाम प्रबल
ऐसा माना जा रहा है कि हारे हुए मंत्रियों की भरपाई जातीय संतुलन साधते हुए की जाएगी। वहीं, प्रदेश के लिए 2 डिप्टी सीएम का भी फैसला होना है। इसके लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का नाम सामने आ रहा है. वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री पद के लिए आगरा ग्रामीण से विधायक चुनी गईं उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का नाम भी चर्चा में है।
मंत्रिमंडल के गठन के दौरान 2024 का भी ध्यान
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल और फिर राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में जातीय-क्षेत्रीय संतुलन को सटीक तरह से साधा गया। इसके परिणाम स्वरूप बीजेपी की जीत हुई। ऐसे में माना जा रहा है कि राज्य सरकार के गठन के समय 2024 के लोकसभा चुनाव को भी ध्यान में रखा जाएगा।
बेबीरानी मौर्य को क्यों माना जा रहा दावेदार?
उत्तराखंड की राज्यपाल रहीं बेनीरानी मौर्य एक बड़ा दलित चेहरा हैं साथ ही महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी। अगर उनका नाम डिप्टी सीएम पद के लिए चुना जाता है तो बीजेपी एक तीर से दो निशाने मारेगी। वहीं, आगरा में बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया है। इसलिए उस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जा सकती है।
डिप्टी सीएम के लिए स्वतंत्र देव सिंह का नाम क्यों है प्रबल
वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि साल 2017 में बीजेपी की जीत के बाद पिछड़ी जाति से ही ताल्लुक रखने वाले तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया था। अब यही काम स्वतंत्र देव के साथ किया जा सकता है। एक वजह यह भी हो सकती है कि सिराथू से केशव मौर्य को हराने वालीं अपना दल-के की पल्लवी पटेल कुर्मी जाति से आती हैं। ऐसे में अपनी बिरादरी में उनका सियासी कद बढ़ जाएगा। इसलिए कुर्मी बिरादरी से ही ताल्लुक रखने वाले स्वतंत्र देव को डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है।