पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर वोटिंग हुई है। पांचवें चरण में कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। पांचवें चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के छह मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी है। इसमें सबसे अहम कौशांबी की सिराथु सीट है। जहां पर राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रविवार को हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के पांचवें चरण के लिए वोटिंग अब खत्म हो चुकी है। शाम पांच बजे तक 53.98 फीसदी वोटिंग (Voting) हुई है। पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर वोटिंग हुई है। पांचवें चरण में कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। पांचवें चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के छह मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी है। इसमें सबसे अहम कौशांबी की सिराथु सीट है। जहां पर राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं। वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी ने अयोध्या समेत कई जगहों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है। साथ ही एसपी लगातार सोशल मीडिया पर विभिन्न बूथों पर हो रही गड़बड़ी के मामलों को लेकर आरोप लगा रही है।
वहीं वोटिंग के बीच कुंडा से सपा उम्मीदवार गुलशन यादव (SP Candidate Gulshan Yadav) पर जानलेवा हमला किया गया है। करीब 50 लोगों पर सपा प्रत्याशी पर हमले का आरोप है। खबर के मुताबिक हमलावरों ने गुलशन यादव के काफिले की तीन गाड़ियों को भी तोड़ दिया। सपा प्रत्याशी गुलशन यादव पर हमले के दौरान बदमाशों पर तीन राउंड फायरिंग करने का भी आरोप है। सपा इस हमले के लिए राजा भैया को जिम्मेदार ठहरा रही है। साथ ही समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि कुंडा में कई जगहों पर बीजेपी नेताओं और दबंगों ने बूथ कैप्चरिंग की है। इसके लिए पार्टी ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।
प्रयागराज में हुआ ब्लास्ट
उधर प्रयागराज में पोलिंग बूथ से कुछ ही दूरी पर बम विस्फोट की घटना भी सामने आई है। इस घटना में एक शख्स की मौत और एक युवक घायल हुआ है. बम विस्फोट (Bomb Explosive) की ये घटना प्रयागराज में मतदान केंद्र से 10 मीटर दूरी पर हुई। खबर के मुताबिक एक शख्स साइकिल से बम लेकर जा रहा था, इसी दौरान वो साइकिल समेत जमीन पर गिर पड़ा और उसके पास मौजूद बम फट गया।
2017 में बीजेपी ने जीती थी 51 सीटें
बात 2017 के विधानसभा चुनाव की तो 61 सीटों में से बीजेपी ने 51 सीटों पर जीत दर्ज की थी और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने भी दो सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं समाजवादी पार्टी महज पांच पर सिमट गई थी और कांग्रेस ने एक ही सीट पर जीत दर्ज की थी। दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते थे। इस चुनाव में बीएसपी खाता तक नहीं खोल पाई थी।
पांचवें चरण में योगी के इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पांचवें चरण के चुनाव में 61 सीटों में से 90 फीसदी सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है। वहीं योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। पांचवें चरण के चुनाव में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी सीट से उतरे हैं। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, इलाहबाद पश्चिम से प्रत्याशी हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री मनकापुर सुरक्षित सीट से और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर से चुनाव लड़ रहे हैं। योगी सरकार के मंत्री रहे मुकुट बिहारी की जगह उनके बेटे चुनावी मैदान में हैं।