उत्तर प्रदेश में कुल 7 फेज में होंगे व‍िधानसभा चुनाव, 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान और 10 मार्च को मतगणना

 मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा  ने कहा कि चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पैसे के दुरूपयोग पर ज़ीरो टॉलरेंस, गैर कानूनी पैसे और शराब पर नज़र रहेगी। यूपी में 7 चरणों में व‍िधानसभा चुनाव होगा, 10 फरवरी से 7 मार्च तक यूपी मे सात चरणों मे चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। वही 10 फरवरी  को पहले चरण का मतदान होगा। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 8, 2022 10:54 AM IST / Updated: Jan 08 2022, 04:47 PM IST

लखनऊ: कोरोना थर्ड वेव की आशंका के चलते चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव कराने को लेकर अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसी के चलते चुनाव आयोग ने आज पीसी कर चुनाव संबंधित महात्वपूर्ण जानकारी दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा  ने कहा कि चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। पैसे के दुरूपयोग पर ज़ीरो टॉलरेंस, गैर कानूनी पैसे और शराब पर नज़र रहेगी। यूपी में 7 चरणों में व‍िधानसभा चुनाव होगा, 10 फरवरी से 7 मार्च तक यूपी मे सात चरणों मे चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। वही 10 फरवरी  को पहले चरण का मतदान होगा। 

रैली, रोड शो और पदयात्रा की अनुमति नहीं
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां। 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी।  40 लाख ही उम्मीदवार चुनाव खर्च कर पाएंगे।  चुनाव आयुक्त ने कहा कि जीत के बाद जश्न या विजय जुलूस की इजाजत नहीं होगी।  डोर टू डोर कैंपने के लिए पांच लोगों की ही इजाजत रहेगी। कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। किसी भी तरह के नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

विजय जुलूस पर रोक
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां। 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी। नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी।  घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति। जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी।

चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना वायरस के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन लेकिन यह हमारा कर्तव्य है। चुनाव तैयारियों की समीक्षा की गई। कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराएंगे। पांच राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है। चुनावों में कुल 18.3 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। कोरोना में चुनाव कराना महत्वपूर्ण है। इसके लिए नए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। कुछ तैयारियां भी की गई हैं। हमने इस बार तीन उद्देश्यों पर काम किया है। कोविड फ्री चुनाव, मतदाताओं की सहूलियत और अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी।

2.15 लाख मतदान केंद्र होंगे। हर मतदान केंद्रों पर अधिकतम 1250 वोटर ही होंगे। हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पूरी तरह से महिला स्टाफ के जिम्मे होगा। 690 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 1620 मतदान केंद्र होंगे।
 
टीके की दोनों खुराक जरूरी
हर राज्य की विधानसभा सीट का कार्यकाल पांच साल ही रह सकता है। समय पर चुनाव कराना लोकतांत्रिक शासन सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी है। चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी ऐसे होंगे, जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्हें एहतियाती अतिरिक्त खुराक भी दी जा सकेगी।

2017 में सात चरणों में हुए थे चुनाव
उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के लिए आम चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक सात चरणों में आयोजित हुए। इन चुनावों में मतदान प्रतिशत लगभग 61% रहा। भारतीय जनता पार्टी ने 312 सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत प्राप्त किया जबकि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी गठबंधन को 54 सीटें और बहुजन समाज पार्टी को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा।

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