उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर निकले यात्रियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। कोरोनाकाल के दो साल बाद ऐतिहासिक यात्रा होने वाली है। कई महीनों में यात्रियों की संख्या चार से पांच लाख पहुंचती थी लेकिन इस बार एक महीने में ही छह लाख के पार पहुंच चुकी है।
जोशीमठ: उत्तराखंड के चारधाम यात्रा तो हर कोई करना चाहता है। कोरोनाकाल के दो साल के बाद श्रद्धालुओं के सब्र का बांध टूट गया है। तभी तो इस बार की यात्रा में सारे रिकॉर्ड को तोड़ने की पूरी उम्मीद है। भूवैकुंठ श्री बद्रीनाथ धाम की यात्रा को देखते हुए लग रहा है कि इस बार पिछले साल के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। साल 2017, 2018 और 2019 में जहां एक ही महीने के अंदर 4 से 5 लाख तीर्थयात्री बद्रीविशाल के दर्शनों के लिए पहुंचते थे तो वहीं इस बार यात्रा ने सभी रिकॉर्ड टूट गए है।
एक महीने में लाखों यात्रियों ने किए दर्शन
दो वर्ष कोरोनाकाल के बाद शुरू हुई यात्रा में इस बार सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। यहां एक महीने में ही करीब 6 लाख 50 हजार तीर्थयात्री भगवान बद्री विशाल के दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल का कहना है कि यात्रा व्यवस्थाओं को देखते हुए यात्री भी खुश हैं। यात्रा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ऋषिकेश से लेकर बद्रीनाथ धाम तक अच्छी सड़कों का होना है। इसी कारणवश तीर्थयात्री समय रहते ही भगवान बद्रीनाथ धाम पहुंच रहे हैं।
यात्रा के बढ़ने को लेकर है पूरी संभावना
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के आंकड़ों की बात करें तो एक महीने में करीब 6 लाख 50 हजार तीर्थयात्री भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर चुके हैं। जो अपने आप में ही एक बहुत बड़ी बात है क्योंकि इतने लोग दर्शन तो कई महीनों में करते थे। आने वाले दिनों में बरसात से पहले यात्रा में और वृद्धि होने की संभावना है। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पवार ने बताया कि यात्रियों के लिए हर संभव व्यवस्थाएं की गई हैं। आने वाले समय में यात्रा बढ़ने की भी पूरी संभावना है।
वीआईपी सिस्टम को किया गया खत्म
बद्रीनाथ धाम के साथ-साथ हेमकुंड साहिब की यात्रा भी चरम पर है। हेमकुंड साहिब में लगभग 60,000 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं और यात्रा अभी बाकी है। ऐसे में लग रहा है कि 2022 की चार धाम यात्रा बेहद ऐतिहासिक होने वाली है। कोरोनाकाल के दो साल बाद यात्रियों को मौका मिला है बाबा के दर्शन करने का। पूरी श्रद्धा भाव से पहुंच रहे यात्रियों को दर्शन करने को मिल रहे है। चारधाम यात्रा के दौरान अब वीआईपी सिस्टम भी खत्म कर दिया गया है।