उत्तराखंड: फाइलों में गुम नहीं होंगे मुख्यमंत्री को भेजे पत्र, ऐसे मिलेगा अब हर पल का अपडेट

सीएम कार्यलय को प्राप्त होने वाले जनता और महानुभावों के पत्रों का ऑनलाइन संचालन करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिससे लोगों की फरियाद फाइलों में गुम न हो क्योंकि लोगों को महीनों पता नहीं चल पाता कि मुख्यमंत्री को लिखे पत्र का क्या हुआ? लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

Pankaj Kumar | Published : Apr 28, 2022 11:36 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड सरकार राज्य की जनता के परेशानियों को सुनने के लिए नया समाधान निकाला है। सराकर से समाधान की उम्मीद के साथ जनता की ओर से मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले पत्र अब सरकारी फाइलों में गुम नहीं हो पाएंगे। इसी के लिए अधिकारियों को अब मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रों पर न सिर्फ कार्यवाही करनी होगी बल्कि इसकी ताजा प्रगति की सूचना पत्र भेजने वाले व्यक्ति को ऑनलाइन देनी भी होगी।

कार्यालयों में सूचना को चस्पा कराया जाए
सीएम को भेजे गए पत्रों पर कार्यवाही होने के साथ जनता सूचना पत्र भेजने वाले व्यक्ति को ऑनलाइन देनी होगी।  यह सूचना दरख्वास्त लिखने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर एक लिंक संदेश के साथ भेजी जाएगी। यह अधिसूचना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जारी की गई है। प्रमुख सचिवों, अपर मुख्य सचिवों, सचिवों व प्रभारी सचिवों तथा विभागाध्यक्षों से अपेक्षा की गई है कि वे राज्य के प्रत्येक कार्यालय में यह सूचना को चस्पा कराएं ताकि अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा इस संबंध में अलग से दिशा-निर्देश जारी हो सकें।

रोजाना दर्जनों पत्र सीएम को होते हैं प्राप्त
मुख्यमंत्री को जनता बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, रोजगार, आर्थिक सहायता, इलाज व विकास कार्यों, पानी से संबंधित रोज दर्जनों पत्र प्राप्त होते है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री आवास पर जनता मिलन कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री को पत्र सौंपते हैं। लेकिन जिस उम्मीद के साथ लोग अपनी फरियाद सीएम तक लाते है, पत्र पर प्रगति की सूचना न मिलने से सारी उम्मीदें टूट जाती है। लोगों को महीनों-2 तक पता नहीं चलता कि आखिर उनके द्वारा पत्रों का क्या हुआ। जानकार लोग तो अपने प्रयासों से पत्र की प्रगति के बारे में जान लेते हैं, लेकिन आम लोगों के लिए यह इतना आसान नहीं होता।

सूचना पत्र की प्रगति पर जाएगा एसएमएस
इसी समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया है। पुरानी परंपरा टूटने जा रही है। क्योंकि अब सीएम को भेजने वाला हर एक पत्र महत्वपू्र्ण होगा और अधिकारी-कर्मचारियों को उसकी ऑनलाइन प्रगति देनी होगी। इसके अलावा पत्र पर कार्रवाई की प्रगति की सूचना पत्र भेजने वाले को एक लिंक के साथ एसएमएस के माध्यम से भेजी जाएगी। सीएम को जो भी पत्र प्राप्त होंगे उन सभी पर आवेदनकर्ता का एक्टिव मोबाइल नंबर देना होगा। ताकि पत्र पर कार्यवाही की प्रगति की सूचना एसएमएस के द्वारा पहुंचाई जा सके। सीएम कार्यलय को प्राप्त होने वाले जनता और महानुभावों के पत्रों का ऑनलाइन संचालन करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 

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