नशा मुक्ति केंद्र सितारगंज में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मामले की जानकारी परिजनों को लगने के बाद मुकदमा दर्ज करवाया गया है। पुलिस टीम जांच में लगी हुई है।
खटीमा: नशा मुक्ति केंद्र सितारगंज में भर्ती युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल से करवाया। घटना के बाद से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक अपने परिवार का एकलौता चिराग था। वहीं मामले में स्वजनों ने केंद्र संचालक पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। युवक के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं।
दो युवक लेकर पहुंचे सूरज का शव
आपको बता दें कि चकरपुर निवासी पूर्व सैनिक एवं व्यापारी लक्ष्मी दत्त कापड़ी ने अपने बेटे को 15 मई को सितारगंज में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया था। जहां शनिवार से उन्हें फोन आया। शनिवार को आए फोन में बताया गया कि उनके पुत्र सूरज को उल्टी आ रही है। जिसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में उपचार के बाद पीलीभीत ले जाया गया। हालांकि इसके बाद देर शाम एक एंबुलेंस में नशा मुक्ति केंद्र के दो युवक सूरज का शव लेकर पहुंचते हैं। बताया जाता है कि उसकी मौत पीलीभीत अस्पताल में हो गई थी। इसके बाद वह शव को छोड़कर भाग निकले। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
परिजनों ने केंद्र संचालक पर लगाए गंभीर आरोप
मामले में उपनिरीक्षक कैलाश देव ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखवा दिया है। इसके बाद रविवार को शव का चिकित्सक डॉ. प्रदीप चौधरी एवं डॉ. अमित बंसल के पैनल ने पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद शव को घर ले जाया गया। शव को देखकर परिजनों का बुरा हाल है। आपको बता दें कि सूरज चार बहनों में इकलौता भाई था। फिलहाल परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार बनबसा स्थित शारदा घाट पर कर दिया है। मृतक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र संचालक पर मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में सितारगंज पुलिस को तहरीर सौंपी गई है।
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