महोबा के चरखारी में सबुआ गांव में एक महिला ने दो वर्षीय मासूम के साथ फांसी लगा आत्महत्या कर ली। मृतका के पिता ने ससुरालवालों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बेटी जब कुछ माह पहले घर आई थी तो वह वापस ही नहीं जाना चाह रही थी।
महोबा: चरखारी कोतवाली अंतर्गत सबुआ गांव में महिला ने दो वर्षीय मासूम के साथ फांसी लगा आत्महत्या कर ली। मृतका के पिता ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है।
सबुआ निवासी रविंद्र यादव चार पहिया गाड़ी चला परिवार का पालन-पोषण करता है। वह अपनी गाड़ी को बुकिंग पर लेकर गया हुआ था। इसी बीच माता-पिता भी किसी काम से घर से बाहर गए हुए थे। दोपहर तकरीबन 12 बजे उसकी पत्नी सपना ने दो वर्षीय पुत्र बाबू के गले में साड़ी का फंदा बना अपने गले में कस लिया। इसके बाद मकान के लट्ठे में उसी साड़ी से खुद को फांसी लगा ली। कुछ देर बात जब ससुर वहां पहुंचे तो बहू किशोरी यादव और पोते को फंदे से लटकता हुआ पाया।
पड़ोसियों के वहां पहुंचने पर दोनों को उतारा गया। हालांकि तब तक दोनों की ही मौत हो चुकी थी। मामले की जानकारी मिलते ही सीओ तेज बहादुर औऱ तहसीलदार विपिन कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किए जाने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मामले को लेकर कोतवाली प्रभारी उमापति मिश्र ने जानकारी दी कि पुलिस और ग्रामीणों की मौजूदगी में महिला और उसके पुत्र को नीचे उतारा गया। हालांकि तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा।
तीन साल पहले ही हुई थी शादी
सपना से रविंद्र की शादी महज तीन साल पहले ही हुई थी। बीते तकरीबन चार माह से दंपत्ति कस्बा छोड़कर चरखारी में किराए के मकान में रहते थे। मंगलवार को ही पति और पत्नी बच्चे के साथ गांव गए थे।
बेटी की उत्पीड़न का लगाया आरोप
मृतका के पिता शत्रुहन सिंह ने तरखारी में दी तहरीर में बताया कि ससुरालीजन पुत्री का उत्पीड़न कर रहे थे। पिछले माह जब बेटी मायके आई थी तो वह ससुराल वापस ही नहीं जाना चाह रही थी। पति उसे जबरदस्ती लेकर आया था। 18 अप्रैल को भाई राजेश सपना को लेने भी गया था लेकिन उसे वापस कर दिया गया। सपना के पिता इस मामले को हत्या बता रहे हैं।
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