PM मोदी-राष्ट्रपति ही नहीं अखिलेश यादव ने भी CM योगी को फोन कर दी बर्थडे की बधाई, जानिए किसने क्या कहा

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में हुआ था। योगी सात-भाई बहन हैं और वह माता-पिता की पांचवी संतान हैं। योगी आदित्यनाथ का पूर्व नाम अजय सिंह बिष्ट है, लेकिन नाथ सम्प्रदाय से दीक्षा लेने के बाद उनका नाम योगी आदित्यनाथ हो गया।

Asianet News Hindi | Published : Jun 5, 2021 12:59 PM IST / Updated: Jun 05 2021, 06:31 PM IST

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ का आज जन्मदिन है। यह उनका 49वां जन्मदिन है, कोरोना के कहर के चलते सिर्फ सोशल मीडिया पर ही बधाईयों का सिलसिला चल रहा है। हालांकि, योगी होने के नाते वे अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज नेताओं ने उनको जन्मदिन की शुभकमानाएं दी हैं।

धुर विरोधी नेताओं ने भी फोन कर दी बधाई
इतना ही नहीं योगी के धुर विरोधी माने जाने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तो खुद फोन करके मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी बधाई दी। जबकि अन्य नेताओं ने ट्वीट कर बधाई दी। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने उनको ट्वीट के जरिए शुभकामनाएं दीं।

22 साल की उम्र में छोड़ दिया था अपना घर
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में हुआ था। पिता का नाम आनन्‍द सिंह बिष्‍ट था जिनका पिछले साल निधन हुआ है। वहीं उनकी माता सावित्री देवी हैं जो परिवार के साथ गांव में रहती हैं। योगी सात-भाई बहन हैं और वह माता-पिता की पांचवी संतान हैं। योगी आदित्यनाथ का पूर्व नाम अजय सिंह बिष्ट है, लेकिन नाथ सम्प्रदाय से दीक्षा लेने के बाद उनका नाम योगी आदित्यनाथ हो गया। उन्होंने महज 22 साल की उम्र में ही घर बार छोड़ दिया था। जिसके बाद वह सन्यांसी बन गए थे। उन्होंने साल 1993 में एमएससी की पढ़ाई की हुई है।

26 साल की ही उम्र जीता था पहला लोकसभा चुनाव
सीएम योगी नाथ संप्रदाय के अगुवा, गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर रह चुके हैं। साल 1998 में महंत अवैद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। इतना ही नहीं गोरखपुर सीट से लोकसभा सीट से प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने 26 साल की ही उम्र पहला चुनाव जीता और संसद पहुंचे। वह 5 बार गोरखपुर के सासंद भी रह चुके हैं, यूपी के मुख्यमंत्री, बीजेपी के हिदुत्व के एजेंडे के सबसे धारदार नेता और पोस्टर ब्वॉय कहे जाते हैं।

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