वीडियो डेस्क। हर व्यक्ति के लिए नींद उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितना भोजन करना। जिस तरह बिना भोजन के शरीर काम नहीं कर सकता है, उसी तरह अगर समय पर नींद न ली जाए तो कई तरह की बीमारियां हो सकती
वीडियो डेस्क। हर व्यक्ति के लिए नींद उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितना भोजन करना। जिस तरह बिना भोजन के शरीर काम नहीं कर सकता है, उसी तरह अगर समय पर नींद न ली जाए तो कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए आयुर्वेद में सभी को पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी गई है। हमारे ग्रंथों में भी सोने को लेकर कई नियम बताए गए हैं।
1. ग्रंथों में ललाट यानी मस्तक पर तिलक लगाकर सोना अशुभ माना गया है। (इसलिये सोते वक्त तिलक मिटाने का कहा जाता है। )
2. आयुर्वेद के अनुसार, बाईं करवट लेकर सोना हेल्थ के लिये अच्छा होता है।
3. दाईं करवट लेकर सोने से स्वास्थ्य संबंधी नुकसान हो सकते हैं। इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए।
4. सीधा सोने से रीढ़ की हड्डी को नुकसान और ऊल्टा सोने से आंखें खराब हो सकती हैं।
5. पूर्व दिशा की ओर सिर रखकर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।
6. दक्षिण में सिर रखकर सोने से धन लाभ के साथ हेल्थ संबंधी फायदा होता है।
7. पश्चिम की ओर सिर रखकर सोने से समस्याएं बढ़ती हैं।
8. उत्तर की ओर सिर रखकर सोने से हानि होती है।
9. शाम के समय कभी नहीं सोना चाहिए।
10. पलंग पर बैठे-बैठे सोना नहीं चाहिए।
11. घर की देहरी यानी चौखट पर सिर रखकर भी कभी नहीं सोना चाहिए।
12. सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घंटे) के बाद ही सोना चाहिए।