वीडियो डेस्क। भाद्रपद माह की पूर्णिमा से आश्विन माह की अमावस्या तक का समय पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष कहलाता है। इस समय हिंदू धर्मावलंबी अपने मृतक पूर्वजों (पितरों) के निमित्त पिंडदान, तर्पण, दान आदि कर्म करके उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं।
वीडियो डेस्क। भाद्रपद माह की पूर्णिमा से आश्विन माह की अमावस्या तक का समय पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष कहलाता है। इस समय हिंदू धर्मावलंबी अपने मृतक पूर्वजों (पितरों) के निमित्त पिंडदान, तर्पण, दान आदि कर्म करके उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं। इस वर्ष 20 सितंबर, सोमवार को पूर्णिमा के श्राद्ध से पितृ पक्ष प्रारंभ होगा, जो 6 अक्टूबर, बुधवार को सर्वपितृ अमावस्या पर पूर्ण होगा। इस वर्ष श्राद्धपक्ष 17 दिनों का रहेगा। पंचमी का श्राद्ध दो दिन 25-26 सितंबर को किया जाएगा। जानें पितृ में कौन सी 10 बातें याद रखनी चाहिए।