वीडियो डेस्क। आपने अक्सर बड़े बुजुर्गों के मुंह से ये बात सुनी होगी कि रात के समय किसी श्मशान के आस-पास से भूलकर भी नहीं गुजरना चाहिए। आज के समय में इसे भले ही अंधविश्वास कहें, लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक तथ्य भी छिपा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण...
वीडियो डेस्क। आपने अक्सर बड़े बुजुर्गों के मुंह से ये बात सुनी होगी कि रात के समय किसी श्मशान के आस-पास से भूलकर भी नहीं गुजरना चाहिए। आज के समय में इसे भले ही अंधविश्वास कहें, लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक तथ्य भी छिपा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण...
1. हमारे समाज में ये बात प्रचलित है कि रात के समय श्मशान के पास से नहीं गुजरना चाहिए। कुछ लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं, लेकिन इसका कारण मनोवैज्ञानिक है।
2. मान्यता है कि रात को नेगेटिव शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है। इस समय नकारात्मक शक्तियां मानसिक रूप से कमजोर किसी भी व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं।
3. कोई व्यक्ति नेगेटिव थिंकिग से घिरा हुआ है तो ये संभावना और भी बढ़ जाती है। जब कोई इन नेगेटिव शक्तियों के प्रभाव में आता है तो उसका खुद पर काबू नहीं रहता।
4. कमजोर सोच के लोगों को नकारात्मक शक्ति तुरंत प्रभावित कर लेती है। इसलिए कहते हैं कि रात को श्मशान के पास से नहीं गुजरना चाहिए। इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं।