यह हैं जांजगीर चांपा की SP पारुल माथुर। वे किसी काम के सिलसिले में बिलासपुर आई थीं। लौटते वक्त उन्हें रास्ते में एक एक्सीडेंट दिखा। लोग भीड़ जुटाए खड़े थे, लेकिन घायल की मदद नहीं कर रहे थे। एसपी ने अपनी गाड़ी से घायल को हॉस्पिटल पहुंचाया। उसके बाद ही अपने घर लौटीं।
बिलासपुर. अकसर लोग एक्सीडेंट के बाद खड़े-खड़े तमाशा देखते रहते हैं, लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आता। उन्हें डर रहता है कि क्या पता पुलिस उन्हें परेशान करने लगे। जबकि सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइड लाइन है कि घायलों की मदद करने वालों से पुलिस बेवजह पूछताछ नहीं करेगी। खैर, यह मामला सोमवार दोपहर करीब 2 बजे मटियारी के पास का है। जांजगीर एसपी पारुल माथुर किसी काम के सिलसिले में बिलासपुर आई थीं। जब वे वापस लौट रही थीं, तो देखा कि एक गाड़ी ने बाइक को टक्कर मार दी। एक्सीडेंट में बाइक सवार निश्चय वस्त्रकार नामक एक युवक घायल हुआ था। वो रोड पर पड़ा हुआ तड़प रहा था, लेकिन लोग मदद नहीं कर रहे थे। यह देखकर माथुर अपनी गाड़ी से उतरीं। फिर घायल को अपनी गाड़ी से सिम्स पहुंचाया। एसपी ने कहा कि युवक को काफी चोट आई थी। बहुत ज्यादा खून बह रहा था, इसलिए उसे समय पर हॉस्पिटल पहुंचाना जरूरी था।