आजादी के 75 साल : महात्मा गांधी के वे 8 आंदोलन, जिन्होंने आजादी का मार्ग किया प्रशस्त

भारत आजादी का 75वां साल मना रहा है। इस कड़ी में एशियानेट हिंदी आजादी से जुड़ी ऐसी घटनाओं को आप तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, जिनसे अंग्रेजी हूकूमत की जड़ें उखाड़ कर रख दी। हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के द्वारा चलाये गए कुछ आंदोलनों के बारें में बता रहे, जिनसे ब्रिटिश हूकूमत को भारत से जाने पर मजबूर हुआ।
 

भारत आजादी का 75वां साल मना रहा है। इस कड़ी में एशियानेट हिंदी आजादी से जुड़ी ऐसी घटनाओं को आप तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, जिनसे अंग्रेजी हूकूमत की जड़ें उखाड़ कर रख दी। हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के द्वारा चलाये गए कुछ आंदोलनों के बारें में बता रहे, जिनसे ब्रिटिश हूकूमत को भारत से जाने पर मजबूर हुआ।
चंपारण में अंग्रेज किसानों को अपनी जमीन के  3/20 भाग पर अनिवार्य रूप से नील की खेती करने के लिए कहते थें, इसे तिनकठिया पद्धति भी कहा जाता है, 1917 में गांधी बिहार पहुंचे और कुछ नेताओं के साथ मिलकर इस पद्धति का विरोध किया।  इस विरोध का सकारात्म परिणाम निकला और अंग्रेज अवैध वसूली का 25 फीसदी वापस करने के लिए राजी हुए। बता दें कि महात्मा गांधी का यह भारत में सत्याग्रह का प्रथम प्रयास था।

01:33PM मोदी का रोड-शो, फूलों से पटी पड़ी सड़कें; बेलगावी के लोगों ने लगाए मोदी-मोदी के नारे27:37ग्लोबल कश्मीरी पंडित कॉनक्लेव में शामिल हुए सदगुरु, वीडियो में देखें क्या बोले?01:08इलेक्ट्रिक रिचार्जेबल बैट्री बनाने के आता है काम, इस राज्य में मौजूद है 59 लाख टन लिथियम01:08ऐसा कारनामा करने वाले देश के पहले और दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने अश्विन, उनसे आगे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन00:45Video: मटक-मटक कर बिल्ली चली किधर...? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा क्यूट वीडियो03:42India@75: टीटुसजी एकमात्र ईसाई जो गांधी के साथ उनके ऐतिहासिक दांडी मार्च में गए04:02India@75: कहानी केरल के इतिहास में एकमात्र महिला पीसीसी अध्यक्ष की 04:32India@75: श्रीनिवास रामानुजन कैसे बने दुनिया के महान गणितज्ञ?02:53India@75: हसरत मोहानी जो कट्टर इस्लामी भी थे और कृष्ण भक्त भी 03:52India@75: जानें कौन हैं कानपुर के शेर गणेश शंकर विद्यार्थी जो हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए शहीद हुए