कोरोना वायरस लगातार बढ़ रहा है। इसके लेकर कई तरह की अफवाहें भी बढ़ रही है। पोल्ट्री व्यवसाय पर कोरोना वायरस के प्रकोप का गंभीर असर पड़ा है। पोल्ट्री व्यवसाय पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। स्थिति यहां तक आ गई है कि खुदरा बाजार में 150 से 160 रुपए प्रति किलोग्राम बिकने वाला चिकेन फिलहाल 50 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि कोरोना का चिकेन से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अफवाह के कारण यह व्यवसाय पूरी तरह ध्वस्त हो गया। व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है, 'करोना के कारण लोगों में सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसी अफवाह फैलाई गई कि मुर्गा या अंडा खाने पर करोना के वायरस से लोग ग्रस्त हो जाएंगे, जिसके कारण लोग मुर्गा और अंडा खाने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में हमने National Smallholder poultry development trust के CEO डॉ हरिकृष्ण डेका से खास बातचीत की।
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस लगातार बढ़ रहा है। इसके लेकर कई तरह की अफवाहें भी बढ़ रही है। पोल्ट्री व्यवसाय पर कोरोना वायरस के प्रकोप का गंभीर असर पड़ा है। पोल्ट्री व्यवसाय पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। स्थिति यहां तक आ गई है कि खुदरा बाजार में 150 से 160 रुपए प्रति किलोग्राम बिकने वाला चिकेन फिलहाल 50 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि कोरोना का चिकेन से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अफवाह के कारण यह व्यवसाय पूरी तरह ध्वस्त हो गया। व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है, 'करोना के कारण लोगों में सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसी अफवाह फैलाई गई कि मुर्गा या अंडा खाने पर करोना के वायरस से लोग ग्रस्त हो जाएंगे, जिसके कारण लोग मुर्गा और अंडा खाने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में हमने National Smallholder poultry development trust के CEO डॉ हरिकृष्ण डेका से खास बातचीत की।