चिलचिलाती तेज गर्मी और गर्म हवाओं के थपेड़े से लोग परेशान हैं। सड़कों पर चलना मानो भट्टी पर चलने के बराबर महसूस हो रहा है । गर्मी इतनी तेज पड़ रही है कि जंगली जानवर एवं पक्षी इस लू की चपेट में आने से मर रहे हैं। मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने आने वाले समय में कुछ राहत का अनुमान जाहिर किया है।
वीडियो डेस्क। चिलचिलाती तेज गर्मी और गर्म हवाओं के थपेड़े से लोग परेशान हैं। सड़कों पर चलना मानो भट्टी पर चलने के बराबर महसूस हो रहा है । गर्मी इतनी तेज पड़ रही है कि जंगली जानवर एवं पक्षी इस लू की चपेट में आने से मर रहे हैं। मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने आने वाले समय में कुछ राहत का अनुमान जाहिर किया है। जिसके मुताबिक आने वाले दिनों में कुछ-कुछ जगह बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि केरल में मानसून समय पर पहुंच रहा है। मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है साथ ही साथ छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के इलाके में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है पश्चिमी राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ के बीच एक द्रोणिका जा रही है जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है इसके कारण मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से जिसमें ग्वालियर चंबल सागर और रीवा संभाग के जिले हैं उसमें आगामी 3 दिनों तक गरज चमक के साथ तेज हवाएं एवं कहीं-कहीं धूल भरी आंधी के साथ वर्षा होने की संभावना है 31 मई को केरल और उसके आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनेगा उसके 3 दिन बाद और गहरा होकर अव दाब मैं बदलने की संभावना है क्योंकि 31 को कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है इसलिए केरल में मानसून की जो समय 1 जून को ऑनसेट होने की संभावना प्रबल हो गई है अरब सागर से मिलने वाले आद्रता एवं पश्चिमी विक्षोभ के कारण 2 जून से फिर से पूरे मध्यप्रदेश में प्री मानसून गतिविधि तेज होने की संभावना है अधिकतम तापमान में अगले दो-तीन दिनों में कमी आने की संभावना है लू का प्रकोप एक दो जिलों को छोड़कर पूरे मध्यप्रदेश में अब नहीं रहेगी भोपाल में तापमान 41 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है नौतपा के दौरान जो तापमान में वृद्धि रहती है उसमें अब बहुत ज्यादा कमी आने की संभावना है अब शेष नौतपा के दिनों में तापमान लू की स्थिति में नहीं रहेगी।