छतरपुर में एक परिवार ने बेटी पैदा होने पर महिला को ससुराल वालों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद पीड़िता थाने में पहंची और एसपी के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाने लगी। लेकिन इसके बावजूद भी उसे कोई मदद नहीं मिली तो उसने पू्र्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फोन पर आपबीती सुनाई।
छतरपुर (मध्य प्रदेश). समाज में आज भी कई लोग बेटियों के जन्म को अभिशाप मानते हैं। इसी बात को लेकर ससुराल वाले बहू को प्रताडि़त भी करते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर में देखने को मिला है जहां एक परिवार में बेटी पैदा होने पर महिला को ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया।
पू्र्व मुख्यमंत्री को सुनाई आपबीती
जब महिला को घर से निकाल दिया तो वह कई जगह गई लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। फिर बाद में पीड़िता छतरपुर पुलिस थाने में पहंची और एसपी के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाने लगी। लेकिन इसके बावजूद भी उसे वहां से कोई मदद नहीं मिली। लेकिन स्थानीय लोगों ने किसी तरह पीड़िता की बात मध्यप्रदेश के पू्र्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से कराई तो महिला ने रोते हुए अपनी आपबीती बताई। शिवराज सिंह ने मदद को भरोसा दिया।
शिवराज सिंह ने मदद करने का दिया भरोसा
शिवराज सिंह ने माडिया से बात करते हुए कहा-मैंने छतरपुर की बहन सीता का बयान सुना है कि तीन बेटियों के जन्म के कारण उन्हें ससुराल से निकाल दिया है। बहन के ससुराल के लोगों से कहना चाहता कि बेटियों के बिना यह सृष्टि नहीं चल सकती है। बच्चों की परवरिश में कोई दिक्कत हो तो हम 'बेटी बचाओ' अभियान के माध्यम से उनकी मदद करेंगे।
पति भी करता पत्नी को प्रताड़ित
महिला के पति का नाम पुष्पेंद्र साहू है। बताया जाता है उसे ससुराल वाले बच्चियों का ताना देकर आए दिन उसे मानसिक प्रताड़ना देते हैं। सास-ससुर के अलावा पति भी महिला के साथ अन्याय करता है। वह रोज घरेलू हिंसा का शिकार होती है।
आरोप लगाया कि ससुर मानिक लाल, जेठ जगदीश, जेठानी नीतू, पति पुष्पेंद्र सहित सास और देवर लगातार उसे प्रताड़ित कर रहे हैं।
एक साल से थाने में चल रहा मामला
सीएसपी उमेश शुक्ला के मुताबिक पीड़िता सीता साहू का मामला एक साल से थाने में चल रहा है। हमने पहले भी इस मामले का हल निकालना चाहा था लेकिन इसका कोई हल नहीं निकाला। जब शनिवार की दोपहर यह महिला बच्चे के साथ थाने आई थी।