"बुराई इसलिए नहीं बढती की बुरे लोग बढ़ गए है बल्कि बुराई इसलिए बढती है क्योंकि बुराई सहन करने वाले लोग बढ़ गये है" ये लिखा था भारत के वीर सपूत क्रांतिकारी शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने। यह तो हम सब जानते हैं कि 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई। लेकिन क्या आप जानते है कि इन तीनों की फांसी का समय 24 मार्च 1931 का था ? जी हाँ भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी के तय समय से 11 घंटे पहले ही फांसी दे दी गई थी। लेकिन ऐसा क्यों हुआ, आइए जानते हैं इस बारे में।
"बुराई इसलिए नहीं बढती की बुरे लोग बढ़ गए है बल्कि बुराई इसलिए बढती है क्योंकि बुराई सहन करने वाले लोग बढ़ गये है" ये लिखा था भारत के वीर सपूत क्रांतिकारी शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने। यह तो हम सब जानते हैं कि 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई। लेकिन क्या आप जानते है कि इन तीनों की फांसी का समय 24 मार्च 1931 का था ? जी हाँ भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी के तय समय से 11 घंटे पहले ही फांसी दे दी गई थी। लेकिन ऐसा क्यों हुआ, आइए जानते हैं इस बारे में।