
गुजरात के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी मेडिकल चुनौती का सामना किया गया, जब 12 जून को हुए विमान हादसे के बाद मात्र 13 घंटों में 270 से ज्यादा शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। इस अभूतपूर्व कार्य में 144 डॉक्टरों, फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और डेंटल टीमों ने हिस्सा लिया। साथ ही, 266 DNA सैंपल एकत्र किए गए, ताकि मृतकों की शिनाख्त कर उनके परिजनों तक शव भेजा जा सके।