दिवाली के 2 दिन बाद यानी भैया दूज वाले दिन पुरानी मूर्तियों के सामने श्रद्धापूर्वक प्रणाम करें और उनके स्थान पर दिवाली की रात पूजन किए गए नहीं गणपति लक्ष्मी को विराजमान करें। दीपावली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा
वीडियो डेस्क। दिवाली (Diwali 2022) पूजा के लिए माता लक्ष्मी और श्री गणेश जी (Laxmi ganesh idol) की नई मूर्ति स्थापित की जाती है। ऐसे में सवाल उठता है कि पुरानी मूर्तियों का क्या करना चाहिए। दीपावली से पहले यानि कि धनतेरस को गणेश जी और लक्ष्मी जी के निए विग्रह खरीदे जाते हैं और दीपावली की रात उनका पूजन किया जाता है। घर के मंदिर में रखीं पुरानी मूर्तियों से आग्रह करना चाहिए कि आपने साल भर तक मुझपर और मेरे परिवार पर कृपा की है अब आप इन नई मूर्तियों के रूप में यहां विराजमान रहिए। दिवाली के 2 दिन बाद यानी भैया दूज वाले दिन पुरानी मूर्तियों के सामने श्रद्धापूर्वक प्रणाम करें और उनके स्थान पर दिवाली की रात पूजन किए गए नहीं गणपति लक्ष्मी को विराजमान करें। पुरानी मूर्तियों को किसी अखबार या साफ कपड़े में लपेटकर सुरक्षित रख दें। या फिर अपने घर के पास किसी साफ नदी या तालाब में उन्हें प्रवाहित कर दें।