चैत्र नवरात्र: जानें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और अखण्ड ज्योति का महत्व

चैत्र नवरात्र: जानें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और अखण्ड ज्योति का महत्व

Published : Mar 24, 2020, 09:23 PM IST

  • पवित्र स्थान की मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें जौ, गेहूं बोएं। फिर उनके ऊपर तांबे या मिट्टी के कलश की स्थापना करें। कलश के ऊपर माता की मूर्ति या चित्र रखें।
  • मूर्ति अगर कच्ची मिट्टी से बनी हो और उसके खंडित होने की संभावना हो तो उसके ऊपर उसके ऊपर शीशा लगा दें।
  • मूर्ति न हो तो कलश पर स्वस्तिक बनाकर दुर्गाजी का चित्र पुस्तक तथा शालिग्राम को विराजित कर भगवान विष्णु की पूजा करें।
  • नवरात्रि व्रत के आरंभ में स्वस्तिक वाचन-शांतिपाठ करके संकल्प करें और सबसे पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मातृका, लोकपाल, नवग्रह व वरुण का सविधि पूजन करें। फिर मुख्य मूर्ति की पूजा करें।
  • दुर्गा देवी की पूजा में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की पूजा और श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ नौ दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।

  • सुबह 06.00 से 06.57 तक (श्रेष्ठ मुहूर्त)
  • सुबह 07.30 से 09.00 तक- अमृत
  • सुबह 10.30 से दोपहर 12.00 तक- शुभ
  • सुबह 10.47 से दोपहर 12.17 तक- अमृत
  • दोपहर 04.30 से 06.00 तक- लाभ
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