वीडियो डेस्क। ज्योतिषशास्त्रियों के अनुसार एक महीने में 2 या उससे अधिक ग्रहण का होना शुभ नहीं माना जाता है। वहीं 5 जून से 5 जुलाई के बीच में यह तीसरा ग्रहण है। माना जा रहा है कि इसके प्रभाव से लोगों को भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ सकता है। बड़े देशों के बीच दुश्मनी की खाई और भी गहरी हो सकती है। महंगाई की मार लोगों को लंबे समय तक झेलनी पड़ सकती है।
वीडियो डेस्क। ज्योतिषशास्त्रियों के अनुसार एक महीने में 2 या उससे अधिक ग्रहण का होना शुभ नहीं माना जाता है। वहीं 5 जून से 5 जुलाई के बीच में यह तीसरा ग्रहण है। माना जा रहा है कि इसके प्रभाव से लोगों को भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ सकता है। बड़े देशों के बीच दुश्मनी की खाई और भी गहरी हो सकती है। महंगाई की मार लोगों को लंबे समय तक झेलनी पड़ सकती है। इसके पहले साल 2018 और 2019 में भी गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण हुआ था। ये दोनों ही ग्रहण भारत में दिखाई दिए थे, लेकिन इस बार होने वाला ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, जिसके चलते इसका कोई भी धार्मिक महत्व नहीं माना जाएगा। आपको बता दें कि सुबह 8 बजकर 38 मिनट से ग्रहण शुरु होगा और 11 बजकर 21 मिनट पर खत्म होगा।