वीडियो डेस्क। शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर यानी शनिवार से शुरू हो रहे हैं। मां दुर्गा के स्वागत के लिए भक्त तैयार हैं। इस साल नवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। आइए हम आपको बताते हैं माता के एक ऐसे मंदिर बारे में जहां माताजी धरती की गोद में समाहित हो गई थी। यहां माता के भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। वह मंदिर हैं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की ग्राम भैंसवा माता में यही माता बिजासन का वह मंदिर है जो की अत्यंत चमत्कारिक और अलौकिक माना जाता है। ग्राम की पहाड़ी पर बसा माता बिजासन का यह मंदिर लगभग 10 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। यहां माता बिजासन को नारियल चुनरी एवं झंडा चढ़ाया जाता है। यहां माता बिजासन के दरबार में अखंड जोत जल रही हे जिसकी दर्शन मात्र से ही मनुष्य के सारे दुख दूर हो जाते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि मंदिर के पीछे की दीवार पर जो भी भक्त गोबर से उल्टा साथिया बनाकर जाता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है फिर मनोकामना पूरी होने पर साथियों को सीधा बनाना पड़ता है। यहां के पूजारी नारायण सिंह ने बताया कि एक बार यहां चोर चोरी करने आए थे मां के गहने जैसे ही निकालने लगे वो अंधे हो गए। यहां देश के कोने-कोने से माता के दर्शन को लोग आते हैं।
वीडियो डेस्क। शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर यानी शनिवार से शुरू हो रहे हैं। मां दुर्गा के स्वागत के लिए भक्त तैयार हैं। इस साल नवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। आइए हम आपको बताते हैं माता के एक ऐसे मंदिर बारे में जहां माताजी धरती की गोद में समाहित हो गई थी। यहां माता के भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। वह मंदिर हैं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की ग्राम भैंसवा माता में यही माता बिजासन का वह मंदिर है जो की अत्यंत चमत्कारिक और अलौकिक माना जाता है। ग्राम की पहाड़ी पर बसा माता बिजासन का यह मंदिर लगभग 10 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। यहां माता बिजासन को नारियल चुनरी एवं झंडा चढ़ाया जाता है। यहां माता बिजासन के दरबार में अखंड जोत जल रही हे जिसकी दर्शन मात्र से ही मनुष्य के सारे दुख दूर हो जाते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि मंदिर के पीछे की दीवार पर जो भी भक्त गोबर से उल्टा साथिया बनाकर जाता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है फिर मनोकामना पूरी होने पर साथियों को सीधा बनाना पड़ता है। यहां के पूजारी नारायण सिंह ने बताया कि एक बार यहां चोर चोरी करने आए थे मां के गहने जैसे ही निकालने लगे वो अंधे हो गए। यहां देश के कोने-कोने से माता के दर्शन को लोग आते हैं।