धनतेरस के ये हैं दो शुभ मुहूर्त...जानें पूजा करने की सबसे छोटी और सरल विधि

धनतेरस के ये हैं दो शुभ मुहूर्त...जानें पूजा करने की सबसे छोटी और सरल विधि

Published : Nov 11, 2020, 02:01 PM IST

वीडियो डेस्क। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदिशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से निरोगी जीवन मिलता है। इस बार ये पर्व 12 नवंबर को है। 

वीडियो डेस्क। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदिशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से निरोगी जीवन मिलता है। इस बार ये पर्व 12 नवंबर को है। देवताओं और दैत्यों ने जब समुद्र मंथन किया तो उसमें से कई रत्न निकले। समुद्र मंथन के अंत में भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। उस दिन कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी थी। इसलिए तब से इस तिथि को भगवान धन्वंतरि का प्रकटोत्सव मनाए जाने का चलन प्रारंभ हुआ। पुराणों में धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंशावतार भी माना गया है।
इस विधि से करें भगवान धन्वंतरि की पूजा

01:44Bhai Dooj 2025 : भाई दूज पर कब करें टीका, क्या है सबसे उत्तम मुहूर्त?
03:36Ahmedabad से लेकर Rajkot तक...Gujarat में सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम
04:27Navratri 2025 : बेहद खास है शारदीय नवरात्रि, नारियल पर जरूर करें ये खास उपाय
03:32Solar Eclipse: साल का आखिरी Surya Grahan 2025 आज, भारत में कितना होगा प्रभाव?
03:39Chandra Grahan 2025 : आज साल 2025 का अंतिम चंद्र ग्रहण, जानें समय, सूतक काल| Lunar Eclipse Sutak
03:50Pitru Paksha 2025: 7 या 8 सितंबर कब से हैं श्राद्ध पक्ष? नोट करें 5 सबसे महत्वपूर्ण तिथियां
01:38Ganesh Chaturthi 2025 Muhrat: कब मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी? स्थापना के 5 शुभ मुहूर्त
02:03Krishna Janmashtami Stotra 2025: 4 चमत्कारी स्त्रोत, जन्माष्टमी पर जरूर करें इनका पाठ
01:35जन्माष्टमी पर क्या है पूजन का मुहूर्त? । Janmashtami 2025 Muhrat
01:49Janmashtami 2025: क्या है वो खास चीज जिसके बाद कान्हा को 56 भोग भी नहीं है स्वीकार । Pt Nalin Sharma